मुलायम सिंह के जाते ही सपा को लगा बड़ा झटका,इस दिग्गज नेता ने छोड़ा साथ
मुलायम सिंह के जाते ही सपा को लगा बड़ा झटका,इस दिग्गज नेता ने छोड़ा साथ
लखनऊ,समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के जाते ही सपा को बड़ा झटका लगा है.
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने आज समाजवादी पार्टी (सपा) छोड़कर आये इमरान मसूद को बसपा की सदस्यता ग्रहण करायी।
मसूद ने आज यहां स्थित बसपा मुख्यालय में अपने समर्थकाें के साथ मायावती से मुलाकात कर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। यह जानकारी देते हुए मायावती ने पार्टी में शामिल होने पर उनका स्वागत किया। उन्होंने ट्वीट कर बताया, “उत्तर प्रदेश व ख़ासकर पश्चिमी यूपी की राजनीति में श्री इमरान मसूद एक जाना-पहचाना नाम है, जिन्होंने आज अपने करीबी सहयोगियों के साथ मुझसे मुलाकात की और वे समाजवादी पार्टी छोड़कर, अच्छी नीयत व पूरी दमदारी से काम करने के वादे के साथ, बीएसपी में शामिल हो गए, जिसका तहेदिल से स्वागत।”
गौरतलब है कि मसूद ने गत मार्च में हुए विधान सभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ कर सपा की सदस्यता ग्रहण की थी। चुनाव में सपा से टिकट नहीं मिलने के बाद से वह पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे थे।
मायावती ने मसूद को पश्चिमी उप्र का बसपा का संयाेजक भी नियुक्त किया है। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, “साथ ही, पार्टी में काम करने के इनके जबर्दस्त जोश व उत्साह को देखकर आज ही उन्हें पश्चिमी यूपी बीएसपी का संयोजक बनाकर वहाँ पार्टी को हर स्तर पर मज़बूत बनाने व ख़ासकर अक़लीयत समाज को पार्टी से जोड़ने की भी विशेष ज़ि़म्मेदारी सौंपी गई।”
मायावती ने कहा, “आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के बाद व अब स्थानीय निकाय चुनाव से पहले श्री मसूद व अन्य लोगों का बीएसपी में शामिल होना यूपी की राजनीति के लिए इस मायने में शुभ संकेत है कि मुस्लिम समाज को भी यकीन है कि भाजपा की द्वेषपूर्ण व क्रूर राजनीति से मुक्ति के लिए सपा नहीं बल्कि बीएसपी ही जरूरी।”
बसपा अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा, “बीएसपी ने पार्टी संगठन तथा अपनी सभी सरकारों में भी गरीबों, महिलाओं व अन्य उपेक्षितों आदि के हित एवं कल्याण को सर्वोपरि रखते हुए अपने कार्यों से यह साबित किया है कि सर्वसमाज का हित, रोजी-रोजगार, सुरक्षा व धार्मिक स्वतंत्रता आदि बीएसपी में ही संभव, जिसपर विश्वास समय की माँग।”
बसपा की सदस्यता ग्रहण कराने पर मसूद ने मायावती का आभार प्रकट करते हुए कहा कि बसपा ही एकमात्र पार्टी है जो सर्वसमाज की उम्मीदों पर खरी उतर सकती है। इस तथ्य को ध्यान में रखकर ही उन्होंने बसपा की सदस्यता ग्रहण की है।