फेड की बैठक, घरेलू आँकड़ों पर रहेगी निवेशकों की नजर

मुंबई, घरेलू शेयर बाजारों में लगातार चौथी साप्ताहिक गिरावट के बाद आने वाले सप्ताह में निवेशकों की नजर नीतिगत दरों पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की घोषणा और घरेलू आँकड़ों पर रहेगी।
विदेशी संस्थागत निवेशकों के पैसा निकालने और रुपये में गिरावट के कारण पिछले सप्ताह बीएसई का सेंसेक्स 294 अंक यानी 0.36 फीसदी टूटकर 81,463.09 अंक पर आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 131.40 अंक यानी 0.53 प्रतिशत की गिरावट के साथ सप्ताहांत पर 24,837 अंक पर बंद हुआ।
च्वाइस इक्विटी बुकिंग प्राइवेट लिमिटेड के मंदर भोजाने ने कहा कि कमजोर वैश्विक संकेतों और कंपनियों के कमजोर तिमाही परिणाम से बाजार में गिरावट रही। निफ्टी को अगला समर्थन 24.750 अंक पर मिलेगा, लेकिन यदि यह इससे नीचे जाता है तो 24,580 अंक तक उतर सकता है।
उनकी राय में ऊपर की तरफ निफ्टी को पहले 25,150 के स्तर पर पहुँचना होगा जिसे हासिल करने के बाद यह 25,500 तक भी पहुंच सकता है। उन्होंने निवेशकों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
श्री भोजाने ने कहा कि ऊर्जा धातु और ऑटो सेक्टरों में गिरावट सबसे अधिक रही।
मझौली और छोटी कंपनियों पर ज्यादा दबाव रहा।
निफ्टी-100 सप्ताह के दौरान 0.71 प्रतिशत लुढ़ककर 25,442.10 अंक पर रहा। मझौली कंपनियों का सूचकांक निफ्टी मिडकैप-50 भी 1.87 प्रतिशत टूटकर 16,334.55 अंक पर आ गया। निफ्टी स्मॉलकैप-100 में 3.51 फीसदी की गिरावट रही और सप्ताहांत पर यह 18,294.45 अंक पर बंद हुआ।
बजाज ब्रोकिंग रिसर्च ने बताया कि 28 जुलाई से 01 अगस्त के सप्ताह में भारत, अमेरिका और चीन में कई आर्थिक घटनाएँ होंगी। निवेशक 30 जुलाई के अमेरिका फेडरल रिजर्व की नीतिगत घोषणा का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
घरेलू स्तर पर 28 जुलाई को औद्योगिक उत्पादन के आँकड़े आने हैं। इसके बाद 01 अगस्त को एचएसबीसी के भारतीय विनिर्माण क्षेत्र के पीएमआई आँकड़े जारी होंगे।
चीन का पीएमआई आँकड़ा 31 जुलाई को जारी होगा।
कई बड़ी कंपनियों के तिमाही परिणाम भी आने वाले सप्ताह में जारी होने हैं। इनमें बीईएल, गेल, एनटीपीसी, पंजाब नेशनल बैंक, पावरग्रिड, टाटा स्टील, हिंदुस्तान यूनिलिवर, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति सुजुकी और सनफार्मा भी शामिल हैं।