राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की पूर्व संध्या पर निकाली गयी कलश यात्रा

अयोध्या, अयोध्या में भव्य और दिव्य बन रहे राम मंदिर में विराजमान रामलला के मंदिर में आठ मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा का तीन दिवसीय कार्यक्रम तीन जून से शुरु होगा।
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की पूर्व संध्या पर सोमवार शाम महिलाओं द्वारा मंगल कलश यात्रा निकाली गयी। यह यात्रा सरयू तट के संत तुलसीघाट से अपरान्ह चार बजे से शुरू हुयी और लता चौक से रामपथ होते हुए हनुमानगढ़ी, बड़ा स्थान व रंगमहल होकर श्रीराम मंदिर परिसर में यज्ञ मण्डप तक पहुंची।
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चम्पत राय ने बताया कि रामलला के मंदिर में रामदरबार समेत आठ मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम तीन जून से शुरू होगा। तीन दिवसीय कार्यक्रम सम्पन्न होने के बावजूद राम दरबार को दर्शनार्थियों के लिये खोला नहीं जायेगा क्योंकि इससे निर्माण कार्य में बाधा उत्पन्न हो सकती है, मगर सभी मूर्तियों की विधिवत पूजा-अर्चना शुरू हो जायेगी।
ट्रस्ट के महामंत्री ने कहा कि मंदिर परिसर में आठ नवनिर्मित देवालयों की एक साथ प्राण प्रतिष्ठा की जायेगी वहीं अगले वर्ष तक अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण पूरा हो जायेगा। उन्होंने बताया कि कल से पांच जून के बीच राम मंदिर में रामदरबार समेत सभी आठ मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जायेगी। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में विभिन्न परम्पराओं के संत-धर्माचार्य, आचार्य सहित आरएसएस, विश्व हिन्दू परिषद व राम मंदिर के पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहेंगे। उन्होंने बताया कि काशी से आचार्य वैदिकों को भी बुलाया गया है लेकिन अयोध्या से ज्यादा वैदिकों की संख्या रहेगी।
रामलला की मंदिर में मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उन्होंने बताया कि इसके लिये पहले मां सरयू का पूजन एवं यजमान का प्रायश्चित कर्म भी सम्पादित होगा। तीन जून से अनुष्ठान का विधिवत शुभारम्भ हो जायेगा। तीन व चार जून को सुबह साढ़े छह बजे से सायंकाल साढ़े छह बजे तक बारह-बारह घंटे का अनुष्ठान होगा। प्राण प्रतिष्ठा के लिये सभी तैयारियां वैदिक रीति-रिवाज के साथ की जा रही हैं ताकि यह समारोह पूर्ण विधिविधान के साथ सम्पन्न हो।
उन्होंने बताया कि अयोध्या में श्रद्धालुओं के लिये विशेष व्यवस्था की जा रही है ताकि ये इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बन सकें। यह आयोजन अयोध्या को विश्व पटल पर और अधिक प्रमुखता प्रदान करेगा। रामभक्तों ने इस पवित्र अवसर पर शामिल होने और भगवान श्रीराम के प्रति अपनी भक्ति अर्पित करने का आवाहन किया है।
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि श्रीरामजन्मभूमि में सप्त मण्डप के अन्तर्गत सात मण्डप बनाये गये हैं जिसमें गोस्वामी तुलसीदास महाराज की मूर्ति स्थापना के साथ ही सप्तम मण्डप में मूर्ति स्थापना की जा चुकी है। राम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार के साथ आठ मंदिरों में देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इधर जिला प्रशासन ने इन तैयारियों को लेकर निरीक्षण किया।
गौरतलब है कि इससे पहले 22 जनवरी 2024 को भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आगमन हुआ था। अब एक और प्राण प्रतिष्ठा पांच जून को होने जा रही है, जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भाग लेंगे। जिसके चलते अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहेगी। जरूरत पडऩे पर वाहनों का भी डायवर्जन हो सकता है।