राजग सहित 20 राज्यों के मुख्यमंत्री,18 उपमुख्यमंत्री सुशासन पर विचार-विमर्श में हुए शामिल

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस बैठक की अध्यक्षता की। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह भी इस विचार-विमर्श में भाग लिया। उपस्थित मुख्यमंत्रियों में योगी आदित्यनाथ, नीतीश कुमार, एन चंद्रबाबू नायडू, हिमंतविश्व शर्मा, देवेन्द्र फडणवीस और मोहन यादव आदि शामिल थे।
राजग के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की बैठक के बाद, जे पी नड्डा ने कहा,“आज, हमारे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का मुख्यमंत्री सम्मेलन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आयोजित किया गया था। इस बैठक में हमारे 20 मुख्यमंत्री और 18 उप मुख्यमंत्री मौजूद थे। बैठक में दो प्रस्ताव पारित किए गए। पहला प्रस्ताव ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर था, जिसे मोदी के नेतृत्व में किया गया था और हमारी सेना के काम की अत्यधिक प्रशंसा की गई थी तथा सेना द्वारा दिखाई गई बहादुरी की अत्यधिक सराहना की गई थी। यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया।”
जे पी नड्डा ने कहा,“जाति जनगणना पर भी बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया और सभी ने इस पर अपनी सहमति दी। साथ ही, मोदी के इस फैसले की प्रशंसा की है और उन्हें बधाई दी है। हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि हम जातिगत राजनीति नहीं करते हैं, बल्कि वंचित, उत्पीड़ित और शोषित लोगों को मुख्यधारा में लाना चाहते हैं, जिन्हें छोड़ दिया गया है। यही समाज की जरूरत है।”
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ संबंधी प्रस्ताव राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा प्रस्तावित किया गया और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इसका अनुमोदन किया। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने जाति जनगणना प्रस्ताव रखा और इसका अनुमोदन आंध्र प्रदेश के उप मुख्यमंत्री पवन कल्याण ने किया।
जे पी नड्डा ने कहा,“ बैठक में नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान पर भी चर्चा हुई और उस चर्चा में, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस बारे में बात की कि हमने नक्सलवाद के खिलाफ कैसे लड़ाई लड़ी है और हमें कैसे सफलता मिल रही है। छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि हम नक्सल प्रभावित क्षेत्रों का पुनर्वास कैसे कर रहे हैं और हम उन्हें मुख्यधारा में कैसे ला रहे हैं। नक्सलवाद के संबंध में जो योजनाएं चल रही हैं, उन पर चर्चा की गई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी रणनीति पर चर्चा की, और उन्होंने हमारा मार्गदर्शन किया और सभी मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्रियों को सूचित किया कि हमने इसे हराने के लिए अपनी ताकत का उपयोग कैसे किया है।”
जे पी नड्डा ने कहा, “पच्चीस और 26 जून को आपातकाल के 50 साल पूरे हो जाएंगे। राजग जनता के बीच जाकर इसे उजागर करेगा और जनता को उन लोगों की असलियत बताएगा जिन्होंने लोकतंत्र का गला घोंटने की कोशिश की थी।”
बैठक का समन्वय भाजपा के सुशासन विभाग ने किया। इस सम्मेलन में राजग की विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा सर्वोत्तम प्रथाओं पर भी चर्चा की गई। कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अपनी पहलों पर प्रस्तुतियाँ भी दीं।
बैठक में राजग सरकार की पहली वर्षगांठ, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के एक दशक पूरे होने भी विचार-विमर्श किया गया।