मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को दिए ये अहम निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को दिए ये अहम निर्देश
झांसी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को बुंदेलखंड प्रवास के दूसरे दिन झांसी के के गुलारा गांव में ‘अमृत पेयजल योजना’ का स्थलीय निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों को निर्देश दिया कि इलाके के लगभग दो लाख परिवारों को नल से जल की सुविधा देने वाली इस परियोजना का काम जल्द पूरा कर लें।
योगी ने कहा कि इस परियोजना से चिरगांव ब्लॉक क्षेत्र की 11.5 लाख आबादी की पानी की समस्या खत्म हो जायेगी। उन्होंने व्यापक जनहित का हवाला देते हुए कहा कि इस योजना में किसी भी तरह का विलंब स्वीकार्य नहीं होगा। इस दौरान जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने मुख्यमंत्री को बताया कि इस योजना के तहत 2023 में ग्रामीण क्षेत्र के 2 लाख घरों में नलों से पानी पहुंचाने का लक्ष्य है और इस लक्ष्य की प्राप्ति के अनुरूप ही काम चल रहा है।
गौरतलब है कि बुंदेलखंड में ‘हर घर जल योजना’ को 10 हजार करोड़ रुपये की लागत से मूर्त रूप दिया जा रहा है। इस योजना के तहत जनपद में 10 परियोजनाएं (गुलारा, बचावली, तिलैथा, बुढ़पुरा, बरथरी, टेहरका, इमलौटा, कुरैचा, पुरवा व बढ़वार) चल रही हैं। इस योजना का लाभ जनपद के 648 गांवों को मिलेगा। इन गांवों के 2.09 लाख घरों तक नल से पानी पहुंचाया जायेगा। इससे 11.51 लाख आबादी लाभान्वित होगी। इस आबादी की अब पानी के लिए हैंडपंप व कुओं से निर्भरता खत्म होगी।
यह योजना केंद्र और प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में होने के कारण योगी ने झांसी दौरे में इस परियोजना की प्रगति का जायजा लिया। ज्ञात हो कि 15 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस याेजना की घोषणा की थी और 19 जून 2020 को मुख्यमंत्री योगी ने इसकी आधारशिला रखी थी। योजना को साल 2023 तक पूरा किया जाना है।
इससे 191 एमएलडी पानी की आपूर्ति होगी और इसके लिये पानी की 100 टंकी बनाई जानी हैं। इनमें से 90 टंकियों पर काम जारी है।
परियोजना का स्थलीय निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री योगी ने गौआश्रय स्थल का भी निरीक्षण किया। वहां पर गोवंश को चारा तथा बछड़ों को गुड़ खिलाया। मौके पर उपस्थित अधिकारियों को उन्होंने निर्देशित किया कि कोई भी छुट्टा जानवर खुले में विचरण करता ना मिले। सभी गोवंश को गौशालाओं में संरक्षित किया जाये।
योगी ने निरीक्षण स्थल पर स्वयं सहायता महिला समूह के द्वारा हस्त निर्मित उत्पादों की एक प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। समूह द्वारा बनाये गये विभिन्न उत्पादों को लेकर उन्होंने काफी रूचि ली और अधिकारियों को इन उत्पादों की मार्केटिंग और ब्रांडिंग के माध्यम से बिक्री कराते हुए स्वयं सहायता समूह को लाभ दिलाये जाने के भी निर्देश दिये।
इस दौरान उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी माैजूद थे। यात्रा के अंतिम पड़ाव के रूप में ललितपुर रवाना होने से पहले योगी ने पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश के दतिया स्थित पीतांबरा पीठ में पूजा अर्चना की। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डा नरोत्तम मिश्रा और सिंह के साथ मंदिर में योगी ने पीतांबरा माई के दर्शन कर वन खंडेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया और देशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की।