जम्मू-कश्मीर: उमर और महबूबा ने हार स्वीकार की
श्रीनगर, केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को संसदीय चुनावों के लिए चल रही मतगणना के बीच में ही पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने अपने-अपने लोकसभा क्षेत्रों में अपनी हार स्वीकार कर ली।
नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उमर अब्दुल्ला निर्दलीय अब्दुल राशिद शेख से दोपहर डेढ़ बजे तक 1.30 लाख से अधिक वोटों के अंतर से पीछे चल रहे थे। राशिद शेख टेरर फंडिग के मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं और उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था।
भारत चुनाव आयोग (ईसीआई) के अनुसार इंजीनियर राशिद को 3,01,369 वोट मिले है जबकि श्री उमर 1,63,757 के साथ दूसरे स्थान पर थे। पीपल कॉन्फ्रेंस के सज्जाद लोन 1,01,990 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
श्री उमर ने सोशल मीडिया पर अपनी हार स्वीकार की।
श्री उमर ने एक्स पर पोस्ट किया ‘मुझे लगता है कि यह अपरिहार्य को स्वीकार करने का समय है। उत्तरी कश्मीर में जीत के लिए इंजीनियर रशीद को बधाई। मुझे विश्वास नहीं है कि उनकी जीत से उनकी जेल से रिहाई में तेजी आएगी और न ही उत्तरी कश्मीर के लोगों को वह प्रतिनिधित्व मिलेगा जिसका उन्हें अधिकार है, लेकिन मतदाताओं का यह फैसला है और लोकतंत्र में यही सब मायने रखता है।’
उन्होंने मियां अल्ताफ और आगा रुहुल्लाह को भी बधाई दी। इन लोगों के भी अनंतनाग-राजौरी और श्रीनगर की लोकसभा सीटों से जीतने की संभावना है।
इसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती अनंतनाग-राजौरी लोकसभा क्षेत्र में नेकां के मियां अल्ताफ अहमद से 2,36,730 वोटों से पीछे चल रही हैं। मियां अल्ताफ को 4,59,199 वोट मिले हैं, जबकि महबूबा मुफ्ती को 2,22,469 वोट मिले हैं, मतगणना जारी है।
उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया ‘जनता के फैसले का सम्मान करते हुए मैं अपने पीडीपी कार्यकर्ताओं और नेताओं को तमाम बाधाओं के बावजूद उनकी कड़ी मेहनत और समर्थन के लिए धन्यवाद देती हूं। जिन लोगों ने मुझे वोट दिया उनके प्रति मेरी हार्दिक कृतज्ञता। जीतना और हारना खेल का हिस्सा है और यह हमें अपने रास्ते से नहीं डिगाएगा। मियां साहब को उनकी जीत के लिए बधाई।’