झुमके से नहीं अब नाथ कॉरिडोर से है बरेली की पहचान: CM योगी

बरेली,  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि पिछली सरकारों ने बरेली की पहचान को झुमका के साथ जोड़ा था जबकि उनकी सरकार ने बरेली को नाथ कॉरिडोर देकर नाथ नगरी को उसकी पौराणिक पहचान दिलाने का काम किया है।

मुख्यमंत्री योगी ने यहां 933 करोड़ रुपये की 132 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया और अत्याधुनिक जीवन रक्षक सुविधाओं से लैस 2,554 नई एंबुलेंस का फ्लैग ऑफ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पूरे प्रदेश के लिए ‘स्कूल चलो अभियान’ की शुरुआत की। साथ ही ‘विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया।

बरेली के कॉलेज मैदान में योगी ने बरेली विकास प्राधिकरण द्वारा लगाई गई विकास एवं योजनाओं से संबंधित प्रदर्शनी का अवलोकन किया और युवा उद्यमियों द्वारा लगाए गए उत्पाद की प्रदर्शनी का भी निरीक्षण किया। लोगों को संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि पिछले आठ वर्षों में बरेली ने एक नई पहचान बनाई है।

उन्होंने कहा “ पहले बरेली को झुमके के साथ जोड़ा जाता था, लेकिन हमने इसे नाथ नगरी के रूप में नाथ कॉरिडोर देकर इसकी पौराणिक पहचान दिलाने का काम किया है। आज बरेली स्मार्ट सिटी के रूप में अपनी धमक देश और दुनिया में स्थापित कर रहा है। बरेली में अब निवेश का माहौल बन रहा है। डेयरी, मेडिकल और अन्य उद्योगों में निवेश हो रहा है, जिससे रोजगार के नए अवसर सृजित हो रहे हैं।”

मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “ पहले बरेली को गंदी सिटी कहा जाता था, लेकिन अब यह स्मार्ट सिटी के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। 2017 से पहले बरेली में 5-7 दंगे आम बात थी, लेकिन पिछले 8 साल में एक भी दंगा नहीं हुआ। अब बरेली में दंगा नहीं, चंगा है।” उन्होंने दंगाइयों को चेतावनी देते हुए कहा कि दंगा करने की हिम्मत करने वालों की संपत्ति जब्त कर गरीबों में बांट दी जाएगी।

उन्होने कहा कि शिक्षा समाज की आधारशिला है। उन्होंने बरेली से पूरे प्रदेश में ‘स्कूल चलो अभियान’ की शुरुआत की। इस दौरान सीएम योगी ने नव नामांकित बच्चों को स्टेशनरी, पाठ्यपुस्तक किट व टॉफी इत्यादि का वितरण किया। उन्होंने कहा “ नया शैक्षिक सत्र शुरू हो रहा है। मैं बरेलीवासियों और पूरे उत्तर प्रदेश के लोगों से आह्वान करता हूं कि इस अभियान से जुड़ें और सुनिश्चित करें कि कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न रहे।यह केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि समाज की भी जिम्मेदारी है। अगर कोई बच्चा शिक्षा से वंचित रहता है, तो यह समाज और राष्ट्र के लिए चुनौती बन जाता है।”योगी ने 2017 के पहले की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय बेसिक शिक्षा परिषद की हालत खराब थी। स्कूलों में टॉयलेट, पेयजल, फर्नीचर और स्मार्ट क्लास जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं थीं। 1 करोड़ 34 लाख बच्चों ने नामांकन कराया था, लेकिन 60 प्रतिशत बच्चे स्कूल नहीं जाते थे। आज ऑपरेशन कायाकल्प के तहत 96 प्रतिशत स्कूलों में टॉयलेट, पेयजल, फ्लोरिंग, स्मार्ट क्लास और डिजिटल लाइब्रेरी की व्यवस्था हो चुकी है। पिछले साल 1 करोड़ 91 लाख बच्चों को डीबीटी के जरिए 1200 रुपये प्रति बच्चा उनके अभिभावकों के खाते में भेजे गए। बच्चों को दो यूनिफॉर्म, बैग, किताबें, जूते, मोजे और स्वेटर भी दिए जा रहे हैं, जिससे बच्चों में स्कूल जाने की उत्सुकता बढ़ी है।

मुख्यमंत्री ने बेसिक शिक्षा परिषद में 1,25,000 से अधिक शिक्षकों की भर्ती का उल्लेख करते हुए कहा कि पीएम श्री योजना के तहत 1500 विद्यालयों का कायाकल्प किया जा रहा है। कस्तूरबा गांधी विद्यालयों को 8वीं से 12वीं तक गरीब कन्याओं की शिक्षा का केंद्र बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बरेली में अटल आवासीय विद्यालय का शुभारंभ होने जा रहा है, जो श्रमिकों के बच्चों के लिए उत्तम शिक्षा का केंद्र बनेगा।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इसी तर्ज पर बेसिक शिक्षा परिषद ने भी हर जनपद में मुख्यमंत्री कम्पोजिट विद्यालय को प्रारंभ करने का निर्णय लिया है। पहले चरण में 57 जनपदों में जहां पर अटल आवासीय विद्यालय नहीं खोले गए हैं, वहां पर यह मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालय प्रारंभ होने जा रहे हैं। पहले चरण में जनपद स्तर पर दूसरे चरण में तहसील स्तर, तीसरे चरण में विकासखंड स्तर पर और चौथे चरण में न्याय पंचायत स्तर पर विद्यालय खोलेंगे।

उन्होने कहा कि प्री प्राइमरी से लेकर सीनियर सेकेंडरी तक यानी नर्सरी से लेकर 12वीं तक की शिक्षा बच्चों को एक ही कैंपस में मिल सके खेलकूद की व्यवस्था हो स्किल डेवलपमेंट की व्यवस्था हो, पूरे शिक्षक हों, शिक्षकों के लिए आवासीय व्यवस्था हो इस कार्यक्रम को लेकर हम इस अभियान को लेकर बढ़ने जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्र संचारी रोगों के प्रति संवेदनशील हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में इंसेफेलाइटिस, बरेली मंडल में मलेरिया, आगरा में डेंगू, वाराणसी में कालाजार और झांसी में चिकनगुनिया जैसी बीमारियां चुनौती रही हैं। पिछले 8 वर्षों में डबल इंजन सरकार ने इंसेफेलाइटिस को पूरी तरह नियंत्रित कर लिया है, जिसके चलते गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में बच्चों की मौतें रुक गई हैं। मलेरिया भी लगभग नियंत्रित हो चुका है, लेकिन इसे जड़ से खत्म करने के लिए जागरूकता और अभियान चलाए जा रहे हैं।

उन्होने कहा कि बरेली, बदायूं और पीलीभीत जैसे जनपदों में मलेरिया और डेंगू को रोकने के लिए जलजमाव को खत्म करने, छिड़काव और लार्वा को नष्ट करने के उपाय किए जा रहे हैं। आशा वर्कर और एएनएम घर-घर जाकर स्क्रीनिंग और जागरूकता अभियान चलाएंगे। इसके साथ ही, स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए 2,554 नई अत्याधुनिक एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। सीएम ने कहा कि 2017 से पहले 108 एंबुलेंस का रिस्पांस टाइम 17-19 मिनट था, जो अब 7 मिनट तक आ गया है। इन नई एंबुलेंस से रिस्पांस टाइम और कम होगा।

 

मुख्यमंत्री योगी ने स्वास्थ्य क्षेत्र में प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि 2017 से पहले 1947 से 2017 तक केवल 12 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे, लेकिन पिछले 8 साल में 44 नए सरकारी मेडिकल कॉलेज बने हैं। अब प्रदेश में 80 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज हैं, जिसमें 36 से ज्यादा निजी क्षेत्र में हैं। हर जिले में डायलिसिस, सीटी स्कैन और टेलीमेडिसिन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उत्तर प्रदेश देश में सबसे ज्यादा आयुष्मान कार्ड जारी करने वाला राज्य बन गया है, जिसके तहत 10 करोड़ लोगों को हर साल 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा मिल रहा है।

उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश में 7,700 से अधिक निराश्रित गोआश्रय स्थल खोले गए हैं, जहां 14 लाख गोवंश की देखभाल सरकार कर रही है। शेष गोवंश को अन्नदाता किसानों को सौंपा गया है। सीएम योगी ने कहा कि हर गोवंश के लिए किसानों को 1500 रुपये प्रति माह दिए जा रहे हैं। चार गोवंश रखने वाले किसान को 6000 रुपये मासिक अनुदान मिलता है। इससे गोमाता की सेवा का पुण्य भी मिलता है और आर्थिक लाभ भी।

समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए उन्होने कहा कि सपा ने गोवंश को लावारिस छोड़ दिया था। उनके मुखिया कहते हैं कि गोबर से दुर्गंध आती है। ये उनकी असलियत है। वे गौ माता को कसाइयों के हवाले करते थे। हमने कसाइयों को जहन्नुम भेजा, तो सपा को परेशानी हुई। सीएम योगी ने कहा कि गो-तस्करों के साथ और कसाईयों के साथ जिनके संबंध थे, वे गोमाता की सेवा क्या जानें, उनको गोमाता के गोबर में तो दुर्गंध ही नजर आएगी। उन्हें अपने कृत्यों में दुर्गंध नजर नहीं आती है। सीएम योगी ने कहा कि गो और गंगा भारत की परंपरा का हिस्सा हैं। नमामि गंगे परियोजना से गंगा निर्मल हुई, जिसके चलते प्रयागराज में भव्य कुंभ का आयोजन हुआ और 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। इसी तरह, गौ संरक्षण से भी समाज को लाभ होगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी अभियान के तहत युवा उद्यमियों को ऋण वितरण किया। इसके साथ ही बरेली मंडल के पांच दरोगा और सिपाहियों को टैबलेट व स्मार्ट फोन वितरित किया गया। मुख्यमंत्री ने बरेली में बनने वाली एमएसएमई इंडस्ट्रियल टाउनशिप का भी निरीक्षण किया। यह टाउनशिप 113 हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित की जाएगी, जिसमें 150 से अधिक उद्यमियों को प्लॉट मिलेगा, जिससे बरेली में व्यापार और उद्योगों को मजबूती मिलेगी।

इस अवसर पर पशुधन एवं विकास मंत्री धर्मपाल सिंह, वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ अरुण कुमार, प्रभारी मंत्री जेपीएस राठौर, शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह, भाजपा ब्रज प्रांत के क्षेत्रीय अध्यक्ष, दुर्विजय सिंह शाक्य, बरेली के महापौर डॉक्टर उमेश गौतम, बरेली के सांसद छत्रपाल गंगवार, बरेली के एमएलसी कुंवर महाराज सिंह, बहोरन लाल मौर्य, बरेली के कैंट विधायक संजीव अग्रवाल, डॉक्टर डीसी वर्मा, प्रोफेसर श्याम बिहारी लाल,डॉ राघवेंद्र शर्मा, डॉक्टर एमपी आर्य, आंवला जिला अध्यक्ष आदेश प्रताप सिंह, महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना, जिला अध्यक्ष सोमपाल शर्मा समेत कई जनप्रतिनिधि व गणमान्य मौजूद रहे।

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