गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में उमड़ पड़ी तीर्थयात्रियों की भीड़
देहरादून, उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद स्थित श्री मां गंगोत्री एवं मां यमुनोत्री धाम की तरफ रविवार को अभूतपूर्व रूप से बड़ी संख्या में तीर्थयाात्रियों का रेला उमड़ पड़ा।
वर्तमान समय में जिला मुख्यालय उत्तरकाशी तथा भटवाड़ी क्षेत्र में वर्षा हो रही है। यमुनोत्री धाम में भी हल्की बूंदाबांदी हो रही है एवं गंगोत्री धाम व अन्य तहसील क्षेत्रों में बादल छाए हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, आज अपराह्न 2 बजे तक गंगोत्री धाम में दस हजार श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे और विभिन्न जगहों से लगभग अट्ठाईस हजार यात्री गंगोत्री धाम की तरफ बढ रहे हैं। यमुनोत्री धाम में भी दो बजे तक तक साढे आठ हजार लोगों ने दर्शन कर लिया था और लगभग बीस हजार लोग विभिन्न पड़ावों से यमुनोत्री मार्ग पर आगे बढ रहे हैं। तीर्थयात्रियों की भारी तादाद में आगमन को देखते हुए प्रशासन ने सतर्कता और मुस्तैदी बढाते हुए सभी यात्रा व्यवस्था से जुड़़े सभी अधिकारियों को धामों एवं यात्रा रूटों पर उतार दिया है। भीड़ को देखते हुए यात्रा मार्गों व पड़ावों पर यात्री सुविधाओं को बढाया जा रहा है और सुरक्षा व्यवस्था तथा ट्रैफिक संचालन को नियंत्रण में बनाए रखने के लिए सभी एहतियाती उपाय सुनिश्चित किए जा रहे हैं।
जिला प्रशासन ने दावा किया है कि रिकार्ड संख्या में तीर्थयात्रियों के आगमन के बावजूद, यात्रा सुचारू और सुव्यस्थित रूप से संचालित हो रही है। वाहनों का आवागमन भी व्यवस्थित रूप से हो रहा है।
जानकारी के मुताबिक, आज 2 बजे अपराह्न तक गंगोत्री धाम में 1100 वाहन एवं 9900 यात्री मौजूद थे। इसी तरह दोपहर में यमुनोत्री धाम व इसके पैदल मार्ग पर भी लगभग 8500 तीर्थयात्री मौजूद थे। जबकि यमुनोत्री के आखिरी पड़ाव जानकीचट्टी-खरसाली में भी लगभग 500 वाहन और 4500 श्रद्धालु हैं। यात्रियों के रिकार्ड संख्या में दोनों धामों में आने की संभावना का आकलन करने के बाद प्रशासन के यात्रा व्यवस्था से जुड़े तमाम अधिकारियों व कर्मचारियों को सतर्क करते हुए यात्रा रूटों तथा धामों में निंरतर तैनात रहने के निर्देश जारी किए है। जिला मुख्यालय पर स्थापित यात्रा नियंत्रण कक्ष से धामों व मार्गों की स्थिति पर सीसीटीवी फीड के माध्यम से निरंतर नजर रखी जा रही है। यह नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे काम कर रहा है और यात्रियों की भीड़ बढाने के साथ ही निगरानी व्यवस्थाओं को भी लागातार बढाया जा रहा है। जिलाधिकारी डा. मेहरबान सिंह बिष्ट द्वारा नियंत्रण कक्ष की कमान संभाल कर व्यवस्थाओं पर नजर रखने के साथ ही यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर विभिन्न क्षेत्रों में तैनात अधिकारियों को निर्देश जारी किए जा रहे हैं। पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने भी यात्रियों की रिकार्ड संख्या को देखते हुए सुरक्षा एवं भीड़़ प्रबंधन तथा ट्रैफिक नियमन को लेकर अधिकारियों से विचार-विमर्श कर मातहतों को व्यवस्था को बनाए रखने के लिए निर्देश जारी किए हैं। अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी यात्रा व्यवस्थाओं के संपादन, समन्वय, विभिन्न स्थानों पर मुस्तैद है। गंगोत्री क्षेत्र के सुपर जोनल मजिस्ट्रेट जय किशन आज सुबह से ही नगुण होते हुए गंगोत्री मार्ग के विभिन्न पड़ावों का निरीक्षण करने और व्यवस्थाओं को बनाने में जुटे हैं।
गंगोत्री के सेक्टर अधिकारी, उप जिलाधिकारी बृजेश कुमार तिवारी भी गंगोत्री क्षेत्र में मौजूद रहकर व्यवस्थाओं की निगरानी में जुटे हैं। यमुनोत्री क्षेत्र में यात्रा व्यवस्थाओं को सुचारू व सुव्यस्थित बनाए रखने के लिए तैनात सुपर जोनल मजिस्ट्रेट एवं टिहरी के मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक त्रिपाठी भी जानकी चट्टी से यमुनोत्री के पैदल मार्ग की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरस्त बनाए रखने के साथ ही अतिरिक्त व्यवस्थाओं को जुटाने व यात्रियों की भीड़ के प्रबंधन को लेकर अधिकारियों की टीम के साथ मौके पर तैनात हैं। इस सिलसिले में उन्होंने आज यमुनोत्री धाम का दौरा करने के साथ ही पैदल मार्ग की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। साथ में उप जिलाधिकारी बड़कोट मुकेश चंद रमोला और जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी का कार्यभार देख रहे उप जिलाधिकारी, डुंडा नवाजिश खलीक ने भी आज यमुनोत्री धाम का दौरा कर जानकी चट्टी में ही डेरा डाला है।
पुलिस एवं प्रशासन के द्वारा स्थिति का आकलन करने के बाद होल्डिंग प्वाईंट्स, गेट व वन-वे व्यवस्था को लेकर काफी सावधानी बरती जा रही है और अतिरिक्त संख्या में पुलिस, होमगार्ड्स व पीआरडी के जवान धामों व यात्रा रूटों पर तैनात किया गया है। यमुनोत्री रूट पर जानकीचट्टी व धाम क्षेत्र में में पुलिस उपाधीक्षक एसएस भंडारी सुरक्षा व ट्रैफिक व्यवस्था को संभालने में जुटे हैं और यात्रा ड्यूटी के लिए बड़कोट में पुलिस क्षेत्राधिकारी एसपी बडोनी को तैनात किया गया है। जबकि गंगोत्री क्षेत्र में पुलिस उपाधीक्षक प्रशांत कुमार पुलिस से संबधित व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद बनाए रखने में जुटे हैं।