मेडिकल कॉलेज में बहु प्रतीक्षित कैंसर ओपीडी का हुआ शुभारंभ
मेडिकल कॉलेज में बहु प्रतीक्षित कैंसर ओपीडी का हुआ शुभारंभ
लखनऊ, क्वालिटी आफ ट्रेनिंग, क्वालिटी आफ लर्निंग और क्वालिटी आफ केयर अच्छी होनी चाहिये। डब्लू0एच0ओ0 के मानक के अनुसार डाक्टर, नर्स की होगी उपलब्धता। कन्नौज मेडिकल काॅलेज को ऐसा बनाना होगा, जो प्रदेश व देश की ब्रांड बने। आने वाले समय में मेडिकल काॅलेज एक मील का पत्थर साबित होगा। मेडिकल काॅलेज कन्नौज में कैंसर के इलाज की मिलेगी सुविधा।
चिकित्सा, शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने मेडिकल कॉलेज तिर्वा में बहु प्रतीक्षित कैंसर हास्पिटल की ओ0पी0डी0 का शुभारंभ फीता काटकर व दीप प्रवज्ज्वलित कर किया।
प्रमुख सचिव ने कहा कि मेडिकल काॅलेज 12 साल का मुकाम हासिल कर चुका है। इस मेडिकल काॅलेज में कैंसर की सुविधा हेतु ओ0पी0डी0 की ओपनिंग हुई है यह बहुत ही अच्छा कार्य है। जो इस संस्था को 12 साल में सुविधाये प्राप्त होनी चाहिये थी अभी तक नही मिली लेकिन अब चेंज हो रहा है और अच्छी दिशा में कार्य किया जा रहा है। धीरे-धीरे जिस हिसाब से दुनिया चेंज हो रही है हमे भी चेंज होना होगा।
जिस क्षेत्र में जो कमियां है उनको प्लान बनाकर दूर किया जाये, सभी व्यवस्थायें दी जायेंगी। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 सरकार व भारत सरकार निरन्तर ध्यान दे रही है और एक ऐसी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली बनाने पर है जो जरुरत मंद लोगों की जरूरतों को पूरा करे। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों के लिए सरकार ने चिकित्सा के क्षेत्र में तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। जो नर्सिंग की छात्राये हैं और जो टीचर पढ़ा रहे हैं उन्हे सही से नाॅलेज होना चाहिये।
आलोक कुमार ने कहा कि हाॅस्पिटल में जो डाक्टर, नर्स है उनकी क्वालिटी अच्छी होनी चाहिये, बेहतर नाॅलेज होना चाहिये। वह अपने क्षेत्र में सही दिशा में कार्य कर रहे है कि नहीं इस पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इन्फ्रास्टेक्चर बहुत कम काॅलेज में दिखता है। अपनी क्षमता का बेहतर प्रयोग कर सकते है। डब्लू0एच0ओ0 के मानक के अनुसार डाक्टर, नर्स, पैरामीटर्स की संख्या बल कम है। हमारा मुख्य कार्य जनशक्ति को पूर्ण करना है। सरकार ने मेडिकल क्षेत्र में काफी इन्वेस्टमेन्ट किया है। वर्ष 2017 के बाद डाक्टरो की संख्या दोगुनी कर दी गयी है और आने वाले समय में तीन गुना हो जायेगी इस दिशा में प्रयत्नशील है। पिछले दो वर्षों में मेडिकल काॅलेजो की संख्या डबल कर दी गयी है।
उन्होंने कहा कि पूर्व में के0जी0एम0यू0 से जो छात्र ट्रेनिंग करते थे तो लोगो के दिमाग में इस बात का अश्वासन था कि इसका स्तर अच्छा होगा। ऐसा ही ब्रांड कन्नौज मेडिकल काॅलेज को बनाना होगा। इस मेडिकल काॅलेज से जो छात्र नाॅलेज लेकर बाहर जाये तो उसकी क्वालिटी अलग दिखनी चाहिये। यह मेडिकल काॅलेज बहुत अच्छा है। ट्रेनिंग व टीचिंग अच्छी होगी तभी चिकित्सा के क्षेत्र में कुछ बेहतर कर सकते है। ट्रेनिंग व टीचिंग में गैप नही होना चाहिये। उन्होंने कहा कि डाक्टर्स, नर्सेज आदि सबकी जिम्मेदारी बराबर होनी चाहिये। अपने-अपने क्षेत्र में बेहतर करना होगा। इस दौरान उन्होंने अस्पताल, आकस्मिक वार्ड में जाकर मरीेजो का हालचाल लिया उनसे चिकित्सीय सुविधाओ के विषय मे जानकारी ली।
उन्होंने बेहतर से बेहतर इलाज की सुविधा देने के निर्देश दिये। मेडिकल में सफाई व्यवस्था अच्छी मिलने पर सराहना भी की। कहा कि नियमित साफ-सफाई व्यवस्था जारी रखी जाये। इसी कड़ी में उन्होंने पैरामेडिकल का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल ने कहा कि सरकार प्रत्येक क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रही है। चिकित्सा के क्षेत्र में प्रत्येक जनपद में गर्वमेन्ट मेडिकल काॅलेज हो ऐसे प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अफ्रीका जैसे देश के लोग दिल्ली में कैंसर के इलाज के लिये आ रहे है। कैंसर जैसी घातक बीमारी के उपचार के लिए मरीजों को इधर-उधर जाना पड़ता था। अब मेडिकल काॅलेज कन्नौज में कैंसर के इलाज की सुविधा मिलेगी। कहा कि बेहतर इलाज और अच्छा ट्रीटमेन्ट दे जिससे दूर-दूर तक जनपद का नाम रोशन हो। आने वाले समय में मेडिकल काॅलेज एक मील का पत्थर साबित होगा। कार्यक्रम का संचालन डा0 सिद्वार्थ ने किया।
कार्यक्रम में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पवन कुमार मीणा, प्रिंसिपल प्रो0 सी0पी0पाल, सी0एम0एस0 डा0 दिलीप सिंह, प्रो0 बिपुल सिंह, प्रो0 डी0एस0 मरतौलिया, प्रो0 संदीप कौशिक आदि डाक्टर, नर्स, छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।