मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने की 15 सूत्रीय विंटर एक्शन प्लान की घोषणा
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने की 15 सूत्रीय विंटर एक्शन प्लान की घोषणा
नयी दिल्ली, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा दिल्ली सरकार राजधानी के दो करोड़ लोगों के साथ मिलकर सर्दी के मौसम में वायु प्रदूषण से निजात पाने के लिए तैयार है और पिछले वर्ष की तरह इस बार भी पराली गलाने के लिए निःशुल्क बायो डी-कंपोजर घोल का छिड़काव किया जाएगा।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदूषण से निजात पाने को लेकर 15 सूत्रीय विंटर एक्शन प्लान की घोषणा की। उन्होंने कहा,“ सर्दियां आने वाली हैं और हम देखते हैं कि सर्दियों में दिल्ली में प्रदूषण बढ़ जाता है। दिल्ली सरकार ने सर्दियों में प्रदूषण को नियंत्रित करने को लेकर तैयारी कर ली है। इसका पूरा प्लान तैयार हो चुका है। इससे संबंधित सभी एजेंसियों के साथ कई बैठकें हो चुकी हैं। जब से दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है, पिछले सात साल से दिल्ली के दो करोड़ लोगों ने मिलकर दिल्ली में प्रदूषण से निजात पाने के लिए कई उपाय किए हैं और काफी मेहनत किए हैं। इसका नतीजा यह हुआ है कि भारत सरकार के नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम (एनसीएपी) की रिपोर्ट के मुताबिक 2017-18 के मुकाबले 2021-22 में (पिछले चार साल में) दिल्ली के वायु प्रदूषण में काफी सुधार हुआ है। पीएम-10 का स्तर 18.6 फीसद नीचे आया है। दिल्ली वालों ने मिलकर पिछले सात साल में वायु प्रदूषण से निजात पाने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसमें 10 प्रमुख कदमों से दिल्ली के वायु प्रदूषण पर सबसे अधिक असर पड़ा है। इसके लिए सभी दिल्लीवासी बधाई के पात्र हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा,“ दिल्ली में पहले बिजली खूब जाया करती थी। जब बिजली जाती थी, तो जनरेटर चलते थे और इससे डिजल का प्रदूषण होता था। जब से दिल्ली में हमारी सरकार बनी है, तब से हमने दिल्ली में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति कर दी है। इसलिए दिल्ली में जनरेटर चलने बंद हो गए। इस एक कदम की वजह से दिल्ली का प्रदूषण बहुत कम हुआ है। दिल्ली में दो थर्मल पावर प्लांट थे। इन प्लांट से प्रदूषण के बहुत सूक्ष्म कण निकलते थे। इसके वजह से प्रदूषण होता था। हमने दोनों थर्मल पावर प्लांट बंद कर दिया और हमने कहीं और से बिजली का इंतजाम कर लिया। हमने धूल से होने वाले प्रदूषण को भी काफी सख्ती के साथ निपटा है। जितने निर्माण साइट्स थे, वहां जांच की गई और जहां भी गड़बड़ पाई गई, वहां भारी जुर्माना किया गया। सभी नए निर्माण साइट्स पर रियल टाइम मॉनिटरिंग करने के लिए एक वेब पोर्टल बनाया, जिससे पता चलता रहता है कि उस साइट पर प्रदूषण हो रहा है या नहीं हो रहा है। जितने भी पंजीकृत इंडस्ट्रीज हैं, वहां पर पहले बहुत प्रदूषण करने वाला ईंधन इस्तेमाल किया जाता था। हमने सारा बदल दिया और अब सभी पंजीकृत इंडस्ट्रीज में पीएनजी ईंधन का इस्तेमाल होता है। पीएनजी प्रदूषण नहीं करता है। इसके लिए मैं सभी इंडस्ट्री वालों को बधाई देता हूं। उनसे हम लोगों को सभी का बहुत सहयोग मिला। ”
उन्होंने कहा,“ देश भर में हर शहर में पेड़ काटे जा रहे हैं। कहीं विकास हो रहा है, उसकी वजह से पेड़ काटे जा रहे हैं, तो कहीं अवैध तरीके से भी पेड़ काटे जा रहे हैं। जैसे-जैसे विकास होता जाता है और समय गुजरता जाता है, हर शहर का ग्रीन कवर कम होता जाता है। जब से हमारी सरकार बनी है, दिल्ली में यह उल्टा हो रहा है। दिल्ली में ग्रीन कवर बढ़ता जा रहा है। हमारी सरकार जब बनी थी, तब दिल्ली का ग्रीन कवर 20 फीसद था और आज ग्रीन कवर बढ़कर 23.6 फीसद हो गया है। वर्ष 2022 में हम लोग इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पॉलिसी लाए थे। उस समय हमने जो लक्ष्य रखे थे, वे पूरे हो गए। दिल्ली की जनता ने ईवी पॉलिसी को जबरदस्त तरीके से अपनाई है। 2021 में हमने स्मॉग टावर बनाकर एक पायलट प्रोजेक्ट किया था। उसका भी अच्छा असर हुआ है। सुप्रीम कोर्ट ने जो ग्रेडेड एक्शन प्लान लागू करने के लिए कहा है, उसको हम बड़ी सख्ती के साथ लागू कर रहे हैं। इसके अलावा हमें केंद्र सरकार से भी मदद मिली। केंद्र सरकार ने दिल्ली के दोनों ओर जो पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे बनाए, उसकी वजह से काफी ट्रक समेत अन्य वाहन दिल्ली के बाहर से जाने लगे। जिससे प्रदूषण में काफी कमी आई है। यह वाहन पहले दिल्ली के अंदर से गुजरते थे, जिनकी वजह से काफी प्रदूषण होता था।”