नफरत, घृणा का माहौल खत्म करने के लिए हो रही है ‘भारत जोड़ो’ यात्रा : कांग्रेस
नफरत, घृणा का माहौल खत्म करने के लिए हो रही है ‘भारत जोड़ो’ यात्रा : कांग्रेस
कन्याकुमारी, कांग्रेस ने कहा है कि देश में घृणा तथा नफरत का माहौल है और स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो गृहयुद्ध जैसे हालात बन सकते हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह तथा संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने ‘भारतछोड़ो’ यात्रा शुरू होने से पहले यहां संयुक्तरूप से संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश में नफरत और घृणा का माहौल खत्म करने तथा सबको एक साथ जोड़ने के लिए भारत जोड़ो यात्रा का आयोजन किया जा रहा है और उन्हें उम्मीद है कि इस यात्रा से इस माहौल को कम किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि यदि इस तरह के प्रयास करके नफरत के माहौल को कम नहीं किया जाता है तो देश में गृह युद्ध जैसे हालात पैदा हो सकते है। कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से नफरत का माहौल मिटाने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि गांधी के देश में नफरत और घृणा की जगह नहीं है और यदि हालात नहीं बदले तो गृह युद्ध जैसे हालात पैदा हो जाएंगे और इसे रोकने के लिए भारत जोड़ो यात्रा अहम भूमिका निभाएगी।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि राहुल गांधी के परिवार ने देश की एकता और अखंडता के लिए कुर्बानी दी है और वह सामाजिक सौहार्द को बनाए रखना अपनी जिम्मेदारी मानते हैं और इसी जिम्मेदारी को देखते हुए बिगड़े माहौल को खत्म करने के लिए भारत जोड़ो यात्रा का आयोजन किया है।
उन्होंने कहा कि आज लोगों में डर है कि ना जाने कब, कैसे और कहां सामाजिक सौहार्द बिगड़ जाए, यह डर पूरे देश में फैला है और यही माहौल गृहयुद्ध जैसे हालात पैदा कर सकता है। इस यात्रा में सभी धर्मों, समुदायों, क्षेत्रों के लोग भारत यात्रा से जुड़ेंगे और भारत को एक का संकल्प लेंगे।
बाद में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत जोड़ो यात्रा शुरू होगी तो देश के हर संसदीय क्षेत्र में इस यात्रा से जुडे कार्यक्रम आयोजित होंगे। यात्रा का एक पड़ाव सुबह 1030 बजे तक चलेगा और शाम का पड़ाव शाम को तीन बजे शुरू होगी। यात्रा में सब को जोड़ा जाएगा तथा सभी लोगों से संपर्क बनाने का प्रयास होगा।
उन्होंने कहा देश के लोगों को जोड़ने के लिए यह अनूठी यात्रा होगी। ढोल जात्रा 12 राज्य और दो केंद्र शासित प्रदेशों से होकर गुजरेगी। राहुल गांधी पद यात्रा के पद यात्री बराबर रहेंगे लेकिन वह अन्य पार्टी के अन्य कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेते रहेंगे।