थॉमस कप की ऐतिहासिक जीत पर PM मोदी ने दी भारतीय टीम को बधाई
थॉमस कप की ऐतिहासिक जीत पर PM मोदी ने दी भारतीय टीम को बधाई
नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम को पहली बार थॉमस कप जीतने पर बधाई दी।
भारतीय टीम ने यहां इम्पैक्ट एरीना में 14 बार की चैंपियन इंडोनेशिया को फाइनल में 3-0 से हराकर थॉमस का खिताब अपने नाम किया है।
ट्विटर का रुख़ करते हुए श्री मोदी ने कहा, “भारतीय बैडमिंटन टीम ने इतिहास रचा है। भारत के थॉमस कप जीतने से पूरा देश प्रफुल्लित है। हमारी टीम को बधाई और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं। यह जीत कई आगामी खिलाड़ियों को प्रेरित करेगी।”
श्री मोदी ने टीम से फ़ोन पर बात कर उन्हें बधाई भी दी।
इसी बीच, केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने टीम को एक करोड़ रुपये के ईनाम से नवाज़ने की घोषणा की है।
श्री ठाकुर ने ट्वीट किया, “इतिहास रचा गया है। भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम को थॉमस कप जीतने पर बधाई। मलेशिया, डेनमार्क और इंडोनेशिया को हराकर यह असाधारण उपलब्धि हासिल करने के लिये टीम देश की ओर से समान सम्मान की हकदार है।”
उन्होंने कहा, “14 बार की थॉमस कप विजेता इंडोनेशिया को हराने के लिये मंत्रालय का खेल विभाग भारतीय टीम के लिये एक करोड़ रुपये के ईनाम की घोषणा करता है। भारतीय टीम को शुभकामनाएं।”
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने टीम को बधाई देते हुए कहा, “थॉमस कप में जीत के लिये भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम को बधाई। यह कई युवा भारतीयों के लिये प्रेरणादायक है।”
असम के मुख्यमंत्री और भारतीय बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “भारतीय बैडमिंटन एक नई ऊंचाई की ओर बढ़ रहा है। इस प्रतिष्ठित बैडमिंटन टीम टूर्नामेंट के 73 साल के इतिहास में पहली बार थॉमस कप जीतकर इतिहास रचने के लिए टीम इंडिया को बधाई। आपने हम सभी को बहुत गौरवान्वित किया है। झंडे को हमेशा ऊंचा रखें।”
भाजपा सांसद यशोधरा राजे सिंधिया ने ट्वीट किया, “लक्ष्य सेन, किदांबी श्रीकांत और सात्विक-चिराग की युगल जोड़ी ने ऐसे मैच जीते जिन्हें युगों तक याद रखा जाएगा। टीम इंडिया बैडमिंटन को सलाम।”
भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम ने क्वार्टरफाइनल में मलेशिया को 3-2 से हराकर 43 साल में अपने पहले थॉमस कप सेमीफाइनल में कदम रखा था। सेमीफाइनल में डेनमार्क को 3-2 से हराकर भारत ने पहली बार थॉमस कप फाइनल में पहुंचने का कीर्तिमान रचा।
इस ऐतिहासिक जीत से पहले भारत केवल तीन मौकों (1952, 1955 और 1979) में सेमीफाइनल तक पहुंचा है। वे 2020 में पिछले संस्करण के क्वार्टर में बाहर हो गए थे।