जानिए कब है योगी सरकार की तीसरी ‘ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी’ तैयारियां शुरू
जानिए कब है योगी सरकार की तीसरी ‘ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी’ तैयारियां शुरू
लखनऊ, उत्तर प्रदेश में औद्योगिक निवेश को आकर्षित करने के लिये योगी सरकार ने देश की दिग्गज कंपनियों के प्रमुखों के साथ प्रदेश में आर्थिक गतिविधियां तेज करने की संभावनाओं को अमली जामा पहनाने के लिये तीसरी ‘ग्रांउड ब्रेकिंग सेरेमनी’ के तीन जून को आयोजन की तैयारियां शुरु कर दी हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि आगामी 03 जून को ग्रांउड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन करने की तैयारियों की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को समीक्षा की। समझा जाता है कि इसमें देश दुनिया के दिग्गज उद्योगपतियों की भागीदारी के अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भी आने की संभावना है।
सूत्रों के मुताबिक ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में प्रस्तावित है। योगी ने इसकी तैयारियों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये हैं। प्रदेश में होने जा रही तीसरी ग्रांउड ब्रेकिंग सेरेमनी में लगभग 70 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव जमीन पर उतरेंगे।
संभावना इस बात की भी है कि ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में अडानी समूह, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया, रिलायंस इंडस्ट्रीज, हीरानंदानी समूह, बिरला ग्रुप, आईटीसी ग्रुप सहित कई इंटरनेशनल कम्पनियों के चेयरमैन, मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और निदेशक शामिल होंगे।
इसमें लगभग 70 हजार करोड़ रुपये से अधिक की करीब 1500 परियोजनाओं को उत्तर प्रदेश में शुरू करने की योजना है। इनमें शामिल प्रमुख परियोजनाओं में नोएडा में प्रस्तावित अडानी समूह की 4900 करोड़ रुपये और हीरानन्दानी समूह के 9100 करोड़ रुपये के निवेश वाले दो डाटा सेंटर स्थापित करना भी शामिल है।
इतना ही नहीं माइक्रोसॉफ्ट की 2100 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट सेंटर के अलावा मिर्जापुर में डालमिया ग्रुप के 600 करोड़ रुपये के सीमेंट उत्पादन इकाई, हमीरपुर में हिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड का डिटर्जेंट उत्पदन संयंत्र भी संभावित परियोजनाओं में शामिल है। अब तक की स्थिति के मुताबिक करीब 21 हजार करोड़ रुपये के निवेश की परियोजनाएं केवल सूचना प्रोद्यौगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र की हैं। साथ ही लघु एवं मध्यम क्षेत्र (एमएसएमई), टेक्सटाइल, पर्यटन, ऊर्जा, खाद्य प्रसंस्करण, खाद्य सुरक्षा और औषधि सेक्टर से जुड़ी अनेक परियोजनाओं को भी शुरू करने की तैयारी है।