अमेठी बनेगा यूपी का पहला डिजिटल अभिलेखा गार जिला

अमेठी, उत्तर प्रदेश का अमेठी जल्द ही राज्य का पहला डिजिटल रिकॉर्ड अभिलेख वाला जिला बन जाएगा जहां जिले के सभी पुराने राजस्व अभिलेखों को स्कैन कर डिजिटल स्वरूप में संरक्षित किया जा रहा है।
अधिकृत सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि यूपी में राजस्व अभिलेख राजस्व अभिलेखागार में ही मिलते है। जब राजस्व अभिलेख पुराने हो जाते है तो कागज धीरे धीरे मृत प्राय: हो जाते है। ऐसे में अभिलेख मिल पाना काफी मुश्किल हो जाता है। इन तमाम समस्याओं से निजात दिलाने के लिए जिला अधिकारी अमेठी संजय चौहान ने एक यूनिक तरीका अपनाया है। इसके लिए राजस्व अभिलेखों को डिजिटल कर उन्हे संरक्षित करने की दिशा में काम अमेठी में चल रहा है। इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए अब सभी अभिलेखों को स्कैन कर एक विशेष सॉफ्टवेयर पर अपलोड किया जाएगा। इससे न केवल रिकॉर्ड सुरक्षित रहेंगे बल्कि जरूरत पड़ने पर इन्हें आसानी से खोजा जा सकेगा।
इसके साथ ही डीएम ने एक ऐसे सॉफ्टवेयर की मदद लेने को कहा है जिससे कि संबंधित अभिलेख परिवर्तनों के अनुसार अपडेट भी होते रहे।
यूपी का अमेठी डेढ़ दशक पूर्व 72वे जिले के रूप में अस्तित्व में आया था। जिले के पास अभी तक अपना अभिलेखा गार भी नहीं बन पाया है जिसके चलते प्राचीन अभिलेखों के लिए जनपद वासियों को पड़ोसी जनपद सुलतानपुर जाना पड़ता है। डिजिटल अभिलेखा गार बनने से जहां अभिलेखों को लंबे समय तक संरक्षित करने में सहायता होगी वहीं लोगों को अभिलेख के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा।