डाक्टरों की हड़ताल से यूपी में स्वास्थ्य सेवायें चरमरायीं
लखनऊ, कोलकाता में महिला चिकित्सक के साथ हैवानियत की घटना से आक्रोशित डाक्टरों की देशव्यापी हड़ताल के चलते उत्तर प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
डाक्टरों की हड़ताल के कारण हजारों की संख्या में मरीज अस्पताल की ओपीडी तक पहुंचने के वावजूद वापस लौटने पर मजबूर हुये वहीं कई गंभीर मरीजों को लेकर उनके तीमारदार बदहवासी में इधर उधर भागते दिखायी दिये हालांकि डाक्टरों ने हड़ताल से आपातकालीन सेवाओं को विरत रखा है,इसके बावजूद कई अस्पतालों में मरीजों को अटैंड करने के लिये कोई चिकित्सक मौजूद नहीं था।
लखनऊ के हजरतगंज क्षेत्र में मरीजों से गुलजार रहने वाले सिविल हास्पिटल के ओपीडी में आज सन्नाटा पसरा रहा। कई मरीज हड़ताल को कोसते हुये घर वापस जाते दिखायी दिये। इसी तरह बलरामपुर अस्पताल,लोहिया आर्युविज्ञान संस्थान समेत अन्य सरकारी और निजी अस्पताल की ओपीडी सेवायें बंद रहीं। अस्पतालों में आज होने वाले आपरेशन टाल दिये गये।
कोलकाता की घटना को लेकर डाक्टरों ने जुलूस निकाल कर और बाहों में काली पट्टी बांध कर अपने आक्रोश का इजहार किया। डाक्टरों की इस मुहिम में आम लोगों की भी सहभागिता देखने को मिली। लोगों ने अमानवीय कृत्य के खिलाफ आवाज उठाने का आवाहन किया ताकि भविष्य में इस तरह की जघन्य वारदात की पुनरावृत्ति न हो सके।
प्रदेश के अन्य शहरों और कस्बो में भी डाक्टरों ने लामबंद होकर विरोध् प्रदर्शन किये और खुद को चिकित्सीय कार्यो से विरत रखा। कौशंबी से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जिला अस्पताल मंझनपुर के रेजिडेंट चिकित्सकों ने कोलकाता की घटना में शामिल आरोपियोंके विरुद्ध कार्रवाई करने एवं रेजिडेंट चिकित्सकों की सुरक्षा की मांग को लेकर प्रदर्शन करते हुए जुलूस निकाला। प्रदर्शनकारी रेजिडेंट चिकित्सक हाथ में बैनर लेकरबोले नो सेफ्टी नोड्यूटी प्रदर्शनकारी मांग कर रहे थे।
बुलंदशहर के सभी प्राइवेट अस्पतालों में ओपीडी सेवाए आज बंद रहीं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी विनय कुमार ने बताया कि आज सुबह 6 बजे से कल सुबह 6 बजे तक ओपीडी जनपद के सभी प्राईवेट चिकित्सालयों में ओपीडी सेवाएं बाधित हैं। इसके साथ ही सरकारी अस्पताल कल्याण सिंह मेडिकल कालेज से संबंधित अस्पताल में डॉक्टर्स काली पट्टी बांध कर अपनी सेवाए देंर रहे है।
बहराइच से प्राप्त जानकारी के अनुसार कोलकाता में महिला चिकित्सक की बेरहमी से हुई हत्या को लेकर जिले के चिकित्सकों में आक्रोश है। मेडिकल कॉलेज में डाक्टर धरने पर बैठे हैं। चिकित्स्क की हत्या के आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग को लेकर धरना जारी है। प्राइवेट चिकित्सको में डाक्टर आर बी सिंह, डाक्टर बाबा, संगीता मेहता, अभिलाषा वर्मा,डाक्टर के के वर्मा , डाक्टर केडिया,रीना केडिया, डाक्टर छाया, डाक्टर अनिल श्रीवास्तव, डाक्टर स्वाति, सुषमा मिश्रा , डाक्टर एक तिवारी, बीना डंडन, एस के वर्मा, के साथ साथ शहर के अन्य सभी डाक्टर व पैरा मेडिकल स्टाफ, वा इनर व्हील क्लब भी धरने में शामिल हो गया है। इमरजेंसी सेवाएं छोड़कर सभी सेवाएं ठप्प हो गई हैं।