कांग्रेस तुष्टिकरण के दलदल से नहीं निकल सकती: PM मोदी
पीलीभीत, कांग्रेस समेत समूचे इंडिया समूह पर महिलाओं और सिखों के अपमान का आरोप लगाते हुये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि तुष्टिकरण के दलदल में कांग्रेस इतना डूब गई है कि उससे कभी बाहर नहीं निकल सकती।
प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी ने यहां आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा “ आज नवरात्रि के पहले दिन मैं देश को ये याद दिला रहा हूं कि कैसे इंडी गठबंधन ने नारी शक्ति को खत्म करने की सौगंध खाई है। आज देश में जिस नारी शक्ति की पूजा हो रही है, उस शक्ति का कांग्रेस ने घोर अपमान किया है। जिस शक्ति के आगे हम शीश झुकाते हैं, उस शक्ति को उखाड़ फेंकने की बात ये कांग्रेस के नेता कर रहे हैं।”
उन्होने कहा “ समाजवादी पार्टी आज जिस कांग्रेस के साथ खड़ी है, उस कांग्रेस ने 1984 में हमारे सिख साथियों के साथ क्या किया था, वो कोई भूल नहीं सकता। ये भाजपा है, जो सिखों के साथ पूरी शक्ति से खड़ी है, उनकी भावनाओं को समझते हुए काम करती है। हम अफगानिस्तान से गुरु ग्रंथ साहिब को पूरी श्रद्धा से भारत लाए। भाजपा सरकार के प्रयास से करतारपुर कारिडोर के जरिये लाखों श्रद्धालु आज करतारपुर साहिब जाकर मत्था टेक कर गुरु साहिब का आशीर्वाद ले रहे है। भाजपा सरकार ने लंगर की वस्तुओं में से जीएसटी हटाया। वीरबाल दिवस मना कर साहिबजादों के शौर्य को सम्मान दिया। भाजपा गुरुनानक देव जी, गुरुगोविंद सिंह के प्रकाश पर्व को दुनिया भर में धूमधाम से मनाती है।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा “ मेरे जीवन का हर पल, हर क्षण जनसेवा और राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित है। मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि आपके जीवन को आसान बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ूंगा। जब नीयत सही होती है, हौसले बुलंद होते हैं तो नतीजे भी सही मिलते हैं। इसी का नतीजा है कि आज हम चारों तरफ विकसित भारत का निर्माण होते हुए देख रहे हैं।”
प्रधानमंत्री ने देशवासियों को चैत्र नवरात्रि, हिन्दू नव वर्ष, उगादी, गुड़ी-पड़वा, चेटी-चंद, नवरेह और साजिबु-चेरोबा की शुभकामनाएं दी। इसके साथ ही उन्होंने बैसाखी की भी शुभकामनाएं दी। उन्होने कहा कि पहले जहां कांग्रेस सरकारें दुनिया से मदद मांगती थी तो वहीं कोरोना के महासंकट में भारत ने पूरी दुनिया में दवाएं और वैक्सीन भेजी। इतना ही नहीं दुनिया में युद्ध के संकट के दौरान हम एक-एक भारतीय को सुरक्षित वापस लाएं हैं। यह मजबूत और सशक्त सरकार की गारंटी को दर्शाता है। यह सुनकर आपको भी गर्व जरूर होता होगा। ये आपके वोट की ताकत है। आपके एक वोट से मजबूत, निर्णायक और सशक्त सरकार बनी। भाजपा सरकार ने दुनिया को दिखा दिया कि भारत किसी से भी कम नहीं है। आज देश विकास के नये कीर्तिमान गढ़ रहा है। यही वजह है कि दुनिया में भारत का डंका बज रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने गन्ना किसानों की परेशानी को कम करने के लिए पूरी ताकत से काम किया है। कई चीनी मिलें खुली हैं, कई का विस्तार हुआ है और ये काम लगातार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले दिन से ही गन्ना किसानों की मुसीबतें दूर करने के लिए अनेक कदम उठाएं हैं। सपा, बसपा और कांग्रेस के 14 साल में जितने रुपये गन्ना किसानों को मिले थे, उससे ज्यादा रुपये योगी सरकार सात साल में गन्ना किसानों को दे चुकी है। देश में एथेनॉल बलेंडिंग को लेकर जो बड़ा अभियान चल रहा है, उससे पीलीभीत के किसानों को बड़ा फायदा होने वाला है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पीलीभीत से टनकपुर तक रेलवे के ब्रॉड गेज होने से एक्सप्रेस ट्रेन चलने लगी है। धनारा घाट पर 250 करोड़ की लागत से पुल बनाने का काम भी शुरू होने वाला है। इससे शारदा नदी के किनारे रह रहे हजारों लोगों को आसानी होगी। ये सभी सुविधाएं किसानों और नौजवानों के लिए नये अवसर लेकर आ रही है। पुरानी सरकारों के दौरान जो उद्योग यहां बंद पड़ गये थे, उनको भी इससे नयी ऊर्जा मिलेगी। पीलीभीत में एक तरफ बांसुरी की सुरीली आवाज है तो दूसरी तरफ टाइगर की दहाड़ भी है। हमारी सरकार पीलीभीत टाइगर रिजर्व की ख्याति को देश और दुनिया के कोने-कोने में ले जाने का काम कर रही है। यहां इको टूरिज्म का नया इको सिस्टम बन रहा है। इससे यहां के नौजवानों के लिए रोजगार और स्वरोजगार के नये अवसर बनेंगे। पीलीभीत और ये पूरा क्षेत्र खेती और किसानी के लिए भी जाना जाता है।
दस वर्ष पहले तक यहां किसानों की क्या स्थिति थी, आपको इसके बारे में सबसे ज्यादा पता है। 10 वर्ष पहले महंगे यूरिया की काला बाजारी होती थी। वहीं यूपी के किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 70 हजार करोड़ रुपये मिले हैं। यह आकंड़ा छोटा नहीं है। अकेले पीलीभीत के किसानों को साढ़े आठ सौ करोड़ रुपये दिये गये हैं। सपा और कांग्रेस के राज में गन्ना किसानों को कैसे अपने ही पैसे के लिए तरसाया जाता था ये आपसे अच्छा कौन जान सकता है। हमारे लिये किसान भाइ सर्वोपरि हैं, उनके हित के लिए अनके कदम उठाए गये हैं।
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि तुष्टिकरण के दलदल में कांग्रेस इतना डूब गई है कि उससे कभी बाहर नहीं निकल सकती। कांग्रेस ने जो घोषणापत्र बनाया है वो कांग्रेस का नहीं बल्कि मुस्लिम लीग का घोषणा पत्र लगता है। तुष्टिकरण के दबाव में ही कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सीएए का विरोध कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे वरिष्ठ नेता स्व. कल्याण सिंह ने राम मंदिर के लिए अपना जीवन और सरकार समर्पित कर दी। देश के हर परिवार ने अपनी-अपनी श्रद्धा के अनुसार योगदान दिया, लेकिन इंडी गठबंधन वालों को राम मंदिर के निर्माण से पहले भी नफरत थी और आज भी नफरत है। अयोध्या में राम मंदिर न बने इसके लिए कांग्रेस ने लाख कोशिश की, लेकिन जब देश की जनता ने पाई-पाई देकर इतना भव्य मंदिर बना दिया और जब मंदिर वालों ने आपके सारे गुनाह माफ करके प्राण प्रतिष्ठा में आमंत्रित किया। वहीं आपने (कांग्रेस) आमंत्रण को ठुकरा कर भगवान राम का अपमान किया और जो नेता प्राण प्रतिष्ठा में गए, उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके इंडी गठबंधन को देश की महान विभूतियों का अपमान करने में भी संकोच नहीं होता। कांग्रेस या
समाजवादी पार्टी के बड़े नेता आज तक कभी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर नहीं गए हैं। ये लोग विदेश घूम आते हैं, लेकिन अपने ही देश में सरदार पटेल की प्रतिमा का दर्शन नहीं करते।
इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह, केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा, यूपी सरकार के मंत्री राकेश सचान, बलदेव सिंह औलख, संजय सिंह गंगवार, बरेली के सांसद संतोष गंगवार, भाजपा के पीलीभीत से प्रत्य़ाशी जितिन प्रसाद, बरेली से प्रत्याशी छत्रपाल सिंह गंगवार, पूर्व मंत्री सुरेश राणा आदि मौजूद रहे।