शुचितापूर्ण परीक्षा कराने को यूपी बोर्ड तैयार,सोशल मीडिया पर भी नजर
प्रयागराज, एशिया का सबसे बड़ा परीक्षा संचालित करने वाला माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश (यूपी बोर्ड ) 22 फरवरी से शुरु होने वाली हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा कराने को कमर कस चुका है।
नकल विहीन एवं शुचितापूर्ण परीक्षा कराने के लिए इस बार सोशल मीडया खासकर वाह्टसेप पर निगरानी रखने की व्यवस्था की जा रही है। सोशल मीडिया को भी दंडीय अपराध की श्रेणी में ला गया है। उत्तरपुस्तिकाओं पर पहली बार क्यूर कोड क्रमांक अंकित रहेगा। कक्ष निरीक्षकों के प्रवेश पत्र को भी क्यूआर कोड के दायरे में लाया गया है। परीक्षा में कुल 55 लाख 25 हजार 308 परीक्षार्थी सम्मिलित होने जा रहे हैं। इसमें हाईस्कूल में 29 लाख 47 हजार 311 एवं इंटरमीडिएट में 25 लाख 77 हजार 997 परीक्षार्थी शामिल हैं।
नकल विहीन परीक्षा के मामले में गत वर्ष यूपी बोर्ड ने नया कीर्तिमान स्थापित किया था। परीक्षा का संचालन बेहद फूलप्रूफ व्यवस्था के तहत हुआ था। इसकी वजह से कहीं भी नकल या प्रश्नपत्र की रांग ओपनिंग नहीं हुई हो पाई थी। ऐसा तीस वर्षों के बाद हुआ था। जिसकी सराहना मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी भी ने की थी। इस बार बोर्ड व्यवस्था को और भी बेहतर बनाया है। सोशल मीडिया को भी नकल अधिनियम के दायरे में लाया गया है। इसके तहत मोबाइल या अन्य उपकरण पर प्रश्न पत्र आऊट कराने की कोशिश को दंडनीय एवं गैर जमानती अपराध माना जाएगा।
परीक्षा के लिहाजा से प्रयागराज, अलीगढ़, मथुरा, कौंशाबी, आगरा, बलिया,मैनपुरी, बागपत, मऊ, हरदोई, आजमगढ़, चंदौली, देवरिया, गाजीपुर, गोड़ा, एटा जिलों को अतिसंवदेनशील जिला माना गया है। यहां बोर्ड के अफसरों की खास निगाह रहेगी। कंट्रोल से लगातार इन जिलों के परीक्षा पर निगहबानी की जाएगी।
बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ला ने मीडिया कर्मियों को हाईस्कूल एवं इंटर परीक्षा की तैयारी की सिलसिलेवार जानकारी दी। उन्होने बताया कि हाईस्कूल एवं इंटर की परीक्षा 22 फरवरी से नौ मार्च तक संचालित होगी। कुल 16 दिवसों में होने वाली परीक्षा में कुल 55 लाख से अधिक बालक बालिकाएं सम्मिलित होंगी।
यूपी बोर्ड मुख्यालय समेत सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में एक-एक कमांड कंट्राेल रूम बनाया गया है। जहां से सभी परीक्षा केंद्रों एवं वहां के स्ट्रांग रूमों की ऑन लाइन निगरानी 24 घंटे रहेगी। बोर्ड मुख्यालय ने पहली बार पांचों क्षेत्रीय कार्यालय प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, बरेली एवं मेरठ में कंमाड एंड कंट्राेल रूम की स्थापना की है। यहां से परीक्षा केंद्रों पर नकल की घटनाओं एवं अन्य किसी प्रकार की आवंछनीय गतिविधियों के परिलक्षित होने पर तत्काल कार्रवाई की जागी। सचल दस्तों को तत्काल सूचित किया जाएगा। वह तुरंत मौके पर पहुंचे।
यूपी बोर्ड ने उत्तर पुस्तिकाओं की अदलाबदली रोकने के लिए एक नया कदम उठाया है। कापियों के प्रत्येक पृष्ठ पर क्यूआर कोड क्रमांक अंकित किया है। साथ ही उत्तर पुस्तिकाओं के पृष्ठों को स्टेपल पिन के स्थान पर सिलाई कराकर अलग अलग रंगों से मुद्रित किया गया है।
बोर्ड ने 275 लाख कक्ष निरीक्षकों को पहली बार एक सुरक्षित क्यूआर कोड एवं क्रमांक युक्त कंप्यूटराइज्ड परिचय पत्र दिया है। बोर्ड सचिव ने बताया कि इस व्यवस्था से कक्ष निरीक्षकों की डयूटी लगाने में आसानी होगी साथ ही परीक्षा व्यवस्था और भी सुदृढ़ व पारदर्शी होगी।