यादव महासभा को लगा बड़ा झटका, इतने नेता यादव मंच में हुए शामिल
यादव महासभा को लगा बड़ा झटका, इतने नेता यादव मंच में हुए शामिल
लखनऊ, यादव मंच एक नई भूमिका में सामने आया है। यादव समाज के कई दिग्गज समाज सेवियों ने आज यादव मंच की सदस्यता ग्रहण की। जिसमें सबसे ज्यादा संख्या अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के पदाधिकारियों की रही।
यादव मंच का सामाजिक पत्रिका से शुरू हुआ सफर, डिजिटल न्यूज़ चैनल से होता हुआ, सामाजिक संगठन के रुप में आगे बढ़ चला है। आज यादव समाज के वरिष्ठ समाजसेवियों की उपस्थिति में इसकी विधिवत घोषणा की गई। इस अवसर पर कई यादव संगठनों के पदाधिकारी यादव मंच में शामिल हुए।
लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में यादव मंच के संयोजक अनुराग यादव ने कहा कि यादव मंच अब एक सामाजिक संगठन के रूप में कार्य करेगा । उन्होंने बताया कि आज यादव समाज का प्रत्येक व्यक्ति अपनी लड़ाई स्वयं लड़ रहा है। उसे कहीं से भी कोई मदद नहीं मिल रही है। ऐसे में सामाजिक संगठनों की भूमिका अहम हो जाती है। यादव समाज की वर्तमान स्थिति को देखते हुए एक सशक्त प्रभावशाली सामाजिक संगठन की आवश्यकता महसूस की जा रही है। जिसे अब यादव मंच पूरा करेगा।
यादव मंच में शामिल हुए अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा, उत्तर प्रदेश के प्रमुख महासचिव रहे अशोक यादव ने बताया कि प्रदेश में लगभग डेढ़ दर्जन यादव समाज के जातीय संगठन कार्य कर रहे हैं। जिसमें से एक संगठन तो अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है। लेकिन आज यादव समाज की स्थिति यह है कि देश की राजधानी लखनऊ में खड़े होने के लिए यादव समाज के पास स्थान नहीं है। इन 100 वर्षों में हम अपने समाज को प्रदेश की राजधानी में एक कार्यालय भी नहीं दे पाए। ऐसे में इन संगठनों की क्या उपयोगिता रह जाती है यह स्वयं सिद्ध है। ऐसी स्थिति में यादव समाज के दिग्गज समाज सेवियों ने मिलकर यह निर्णय लिया है कि यादव समाज के उत्थान के लिए हम सब मिलकर यादव मंच के नेतृत्व में संघर्ष करेंगे।वरिष्ठ समाजसेवी व अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के पूर्व प्रदेश महासचिव सी एल यादव ने बताया कि आज यादव समाज को तोड़ने का काम किया जा रहा है। यादव समाज के ही कुछ लोग अपनी राजनीति चमकाने के लिए गोत्र और उपजाति की खाई पैदा कर रहें है, यह लोग समाज विरोधी कार्य कर रहे हैं। पूरा यादव समाज एक था और एक रहेगा। नव सृजित यादव मंच संगठन में यादव जाति का कोई भी व्यक्ति सदस्य बन सकता है, चाहे वह किसी भी गोत्र या उपजाति का हो या किसी भी राजनीतिक दल से संबंध रखता हो।
यादव मंच में शामिल हुए युवा समाजसेवी एवं अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के पूर्व प्रदेश महासचिव केसर यादव ने कहा कि यादव मंच कहने में नहीं करने में विश्वास करता है।यादव मंच सामाजिक संगठन की शुरुआत पर हम अपने समाज से दो वादे कर रहे हैं, जो हम 1 वर्ष के अंदर पूरा करेंगे। हमारा पहला वादा है कि हम एक वर्ष के अंदर यादव समाज का ब्लॉक स्तरीय संगठन पूरे प्रदेश में खड़ा कर देंगे। वहीं , हमारा दूसरा वादा है कि प्रदेश की राजधानी लखनऊ में यादव समाज का अपना कार्यालय होगा।
इसके अलावा कई प्रमुख यादव समाजसेवियों ने भी प्रमुखता से अपने विचार रखे। प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले आयोजित चिंतन बैठक में यादव समाज की वर्तमान सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक दशा व दिशा पर खुलकर चर्चा हुई। जिसमें प्रदेश भर से आए वरिष्ठ समाजसेवियों ने सर्व सम्मति से यह निर्णय लिया कि समाज की मौजूदा आवश्यकताओं को देखते हुए, यादव मंच अब एक सामाजिक संगठन के रूप में कार्य करेगा। चिंतन बैठक में अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के पूर्व प्रदेश प्रमुख महासचिव सहित लगभग तीन दर्जन पदाधिकारियों ने यादव मंच की सदस्यता ग्रहण की। इसके अलावा महासभा के कई जिलों के जिला अध्यक्षों ने भी यादव मंच की सदस्यता ली। इस अवसर पर डीएन यादव द्वारा स्वामी श्री अड़गड़ानंद जी महाराज द्वारा रचित यथार्थ गीता का नि:शुल्क वितरण किया गया। यथार्थ गीता श्रीमद भागवत का शुद्ध हिंदी रूपांतरण है।