भाजपा प्रोपेगेंडा फैलाकर झूठ की राजनीति करती है: अखिलेश यादव

भाजपा प्रोपेगेंडा फैलाकर झूठ की राजनीति करती है: अखिलेश यादव

शाहजहांपुर, उत्तर प्रदेश शाहजहांपुर में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा प्रोपेगेंडा फैलाकर झूठ की राजनीति करती है और इतना ज्यादा झूठ फैलती है कि कई बार उसके झूठ को जनता स्वीकार करने लगती है। यह सब करके भाजपा नफरत की राजनीति और समाज में दूरियां बनाने का काम कर रही है।

पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आज यहां सपा के कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लिया और इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जो नफरत की राजनीति भाजपा कर रही है उससे समाज में दूरियां फैली रही है। उसी को समझने के लिए हम कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण शिविर लगा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन बना है। इस गठबंधन को पहले ही यह बात साफ कर देनी चाहिए थी कि प्रदेश स्तर पर कोई समझौता नहीं होगा । मध्य प्रदेश चुनाव में जब समाजवादी पार्टी से बात की गई तो हमने सपा की परफॉर्मेंस बताई जिस पर 6 सीट देने पर कांग्रेस ने सहमति दी, बाद में जब कांग्रेस की सूची जारी हुई तो सपा को कोई सीट नहीं दी गई और हमारे सिटिंग विधायक का भी टिकट काट दिया गया।

अखिलेश यादव ने कहा “ मैंनें शाहजहांपुर में देखा है कि यहां डबल इंजन की सरकार के तीन मंत्री हैं यहां सड़क खुदी पड़ी है। जगह-जगह कूड़े के ढेर तथा रोड़ों पर साड ही साड दिखाई दे रहे हैं। सड़के खुदी होने के चलते बच्चे स्कूल और मरीज अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे हैं। ”

उन्होंने कहा कि नेताजी मुलायम सिंह ने गंगा रामगंगा नदी पर एक पुल बनवाया था जिसका एक पिलर गिर गया जिसके बाद से अब वहां के बाशिंदे 150 किलोमीटर का चक्कर लगाकर मुख्यालय पर पहुंच रहे है और भाजपा की सरकार ने इसे ठीक करने का काम नहीं किया। बस यह सरकार सिर्फ पुलिस के दम पर अपनी सरकार चला रही है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने वित्त मंत्री सुरेश खन्ना का नाम लिए बगैर कहा कि नौ बार यहां से विधायक रहे आज उनका वित्त विभाग पर कब्जा है वह लोगों को झाड़ू पकड़ा रहे हैं। भाजपा के इन्हीं कृत्यों पर 2024 के चुनाव में रोक कैसे लगे इसीलिए यह प्रशिक्षण शिविर लगा रहे हैं। वर्ष 2024 में भाजपा की सरकार बन गई तो वोट डालने का अधिकार भी छींन लेगी इसलिए सभी कार्यकर्ता लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाए।

Related Articles

Back to top button