निकाय चुनाव के दूसरे चरण में औसतन 53 फीसदी मतदान
निकाय चुनाव के दूसरे चरण में औसतन 53 फीसदी मतदान
लखनऊ, उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव के दूसरे चरण और अंतिम चरण में गुरूवार को नौ मंडलों के 38 जिलों में औसतन 53 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
इक्का दुक्का स्थानो पर छिटपुट वारदातों को छोड़ कर मतदान आमतौर पर शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। इस दौरान सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किये गये थे। मतगणना 13 मई को होगी। चुनाव के पहले चरण में करीब 52 फीसदी मतदान हुआ था। दूसरे चरण के चुनाव में सात महापौर, 581 पार्षद, 95 नगर पालिका परिषद अध्यक्ष, 2520 नगर पालिका परिषद सदस्य, 267 नगर पंचायत अध्यक्ष तथा 3459 नगर पंचायत सदस्यों के चुनाव के लिये वोट डाले गये।
राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने गुरुवार देर शाम बताया कि कानपुर नगर के नगर पंचायत बिल्हौर के सदस्य पद के वार्ड संख्या 16 के मतदान स्थल संख्या 16 एवं वार्ड संख्या 22 के मतदान स्थल संख्या 22 तथा अध्यक्ष पद के मतदान स्थल संख्या 16, 22 एवं 25 पर शुक्रवार सुबह सात बजे से पुनर्मतदान कराया जाएगा। नगर पंचायत बिल्हौर के वार्ड संख्या, 16,22 एवं 25 में कतिपय लोगों द्वारा मतपेटियों में पानी डालने की शिकायत मिलने पर पुर्नमतदान कराने का निर्णय लिया गया है।
श्री कुमार ने बताया कि दूसरे चरण में 38 जिलों में कुल 53 प्रतिशत मतदान हुआ है जिसमें अमेठी में 64.9 प्रतिशत , अम्बेडकर नगर में 62.86 प्रतिशत, अयोध्या में 52.6 प्रतिशत, अलीगढ़ में 50.48 प्रतिशत , आजमगढ़ में 57.49 प्रतिशत , इटावा में 53.76 प्रतिशत, एटा में 56.72 प्रतिशत, औरैया में 62.56 प्रतिशत, कन्नौज में 64.6 प्रतिशत , कानपुर देहात में 67.37 प्रतिशत , कानपुर नगर में 42.64 प्रतिशत , कासगंज में 59.94 प्रतिशत, गाजियाबाद में 45.52 प्रतिशत, गौतमबुद्ध नगर में 57 प्रतिशत, चित्रकूट में 55.53 प्रतिशत, पीलीभीत में 62.16 प्रतिशत, फर्रूखाबाद में 56.06 प्रतिशत, बदायूं में 59.56 प्रतिशत, बरेली में 50.49 प्रतिशत , बुलन्दशहर में 62.48 मतदान, बलिया में 56.18 प्रतिशत मतदान हुआ है।
इसके अलावा बस्ती में 57.19 प्रतिशत , बागपत में 63.12 प्रतिशत , बांदा में 57.25 प्रतिशत, बाराबंकी में 53.4 प्रतिशत, भदोही में 60.19 प्रतिशत, मऊ में 50.01 प्रतिशत, मेरठ में 50.01 प्रतिशत, महोबा में 64.91 प्रतिशत , मीरजापुर में 54.08 प्रतिशत , शाहजहाँपुर में 55.48 प्रतिशत, संतकबीर नगर में 62.42 प्रतिशत, सुलतानपुर में 59.06 प्रतिशत, सिद्धार्थ नगर में 59.78 प्रतिशत, सोनभद्र में 51.39 प्रतिशत, हमीरपुर में 66.9 प्रतिशत, हाथरस में 57.57 प्रतिशत एवं हापुड़ में 55.94 प्रतिशत मतदान हुआ है।
द्वितीय चरण के विभिन्न निकायों के लिये 6929 पदों पर मतदान आज कराया गया है जिसमें 19618 मतदान स्थलों पर लगभग 19232004 से अधिक मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग आज करना था। इन कुल मतदाताओं में पुरूषों की संख्या 10216992 तथा महिला मतदाताओं की संख्या 9015012 है।
श्री कुमार ने बताया कि अति संवेदनशील मतदान स्थलों पर निगरानी के लिये वीडियोग्राफी,सीसीटीवी,वेब कास्टिंग की व्यवस्था करायी गई थी। दूसरे चरण के चुनाव में किसी भी जिले से कोई अप्रिय घटना की जानकारी नहीं प्राप्त हुई है।
शाहजहांपुर में मंत्री सुरेश खन्ना, जेपीएस राठौड़, अयोध्या में विनय कटियार और सांसद लल्लू सिंह के अलावा संतों ने वोट डाला। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने मिर्जापुर में अपने मताधिकार का प्रयोग किया तथा जनता से शत-प्रतिशत मतदान का अनुरोध किया। गाजियाबाद में केंद्रीय मंत्री वी.के. सिंह ने मतदान किया। बाराबंकी में पूर्व मंत्री और सपा नेता अरविंद सिंह गोप ने मतदान किया। कानपुर में सपा विधायक अभिताभ बाजपेई ने आरोप लगाया कि ईवीएम में सपा उम्मीदवार के खाने का बटन नहीं दब रहा है।
बांदा में विदाई के पहले दुल्हन ने मताधिकार का प्रयोग किया। इंदिरा नगर के संत तुलसी पब्लिक स्कूल स्थित मतदान केन्द्र पर पति और मां के साथ दुल्हन वोट देने पहुंची। फर्रुखाबाद जिले के कायमगंज नगर पालिका परिषद के चुनाव में गेट से बाहर निकलते ही एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। बुलंदशहर में फर्जी मतदान की शिकायत पर पुलिस ने कुछ लोंगों को हिरासत में लिया वही कानपुर के गोविंद नगर क्षेत्र में एक मतदान केन्द्र पर कांग्रेस और भाजपा समर्थकों के बीच धक्का मुक्की हुयी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुये दोनो पक्षों को अलग किया। अलीगढ़ में एक पुलिस अधिकारी पर फर्जी वोटिंग कराने का आरोप लगाकर एक पार्टी के लोगों ने हंगामा किया। शाहजहांपुर और ग्रेटर नोएडा में फर्जी वोटर पकडे गये। डुमरियागंज में सांसद जगदंबिका पाल ने मतदान किया। आजमगढ़ में मतदान के दौरान दो गुटों के बीच नोकझोंक और हाथापाई हुयी।
स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए 12 हजार 103 पुलिस निरीक्षक और उपनिरीक्षकों के साथ 57 हजार 201 सिपाही तथा 40 हजार 525 होमगार्डों को तैनात किया गया था। इसके अलावा पीएसी की 76 कंपनियां, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 35 कंपनियां और सात हजार 935 प्रशिक्षु उपनिरीक्षक भी तैनात किए गये थे।