कर्तव्य पथ पर दिखाई देगी नौसेना की समुद्री ताकत की झलक
नयी दिल्ली, गणतंत्र दिवस परेड के दौरान नौसेना की झांकी में अत्याधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस दो युद्धपोतों तथा पनडुब्बी के माध्यम से देश की सुमद्री ताकत की झलक दिखाई देगी।
नौसेना के वाइस एडमिरल विनीत मकार्टी ( नियंत्रक कार्मिक सेवाएं) ने बुधवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेने वाले नौसेना के मार्चिंग दस्ते और झांकी के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि गत 15 जनवरी को नौसेना के बेड़े में शामिल किये गये अत्याधुनिक युद्धपोत आईएनएस सूरत , आईएनएस नीलगिरि और पनडुब्बी आईएनएस वाघशीर को दिखाया गया है। उन्होंने कहा कि नौसेना के ये युद्धपोत हिन्द महासागर में नौसेना की समुद्री ताकत तथा बदलती परिस्थितियों में भारत के नजरिये का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि मौजूदा परिप्रेक्ष्य में यह झांकी नौसेना की तस्वीर प्रदर्शित करती है।
वाइस एडमिरल मकार्टी ने कहा कि नौसेना देश के समुद्री हितों की रक्षा लिए समय और जरूरत के अनुसार अपनी ताकत बढा रही है। नौसेना के लिए देश में ही 63 युद्धपोत बनाये जा रहे हैं जिन्हें समयनुसार नौसेना के बेड़े में शामिल किया जायेगा।
नौसेना के मार्चिंग दस्ते के कमांडर लेफ्टिनेंट कमांडर साहिल अहलुवालिया ने बताया कि दस्ते में 144 नौसेनाकर्मी होंगे जिनमें अधिकारी , नाविक और अग्निवीर सब शामिल होंगे। ये नाविक कर्तव्य पथ पर एक तरह से मिनी भारत के प्रतीक के रूप में दिखाई देंगे। ये 17 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के हैं और इनकी औसत आयु 25 वर्ष के आस पास है। उन्होंने कहा कि बीटिंग रिट्रीट समारोह में नौसेना का 80 सदस्यीय बैंड हिस्सा लेगा जिसमें 6 महिलाएं भी शामिल हैं।