एक ही परिवार में तीन बच्चों सहित पांच लोग घर में जिन्दा जले
एक ही परिवार में तीन बच्चों सहित पांच लोग घर में जिन्दा जले
बरेली, उत्तर प्रदेश के बरेली जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलो मीटर दूर फरीदपुर में एक ही परिवार के पांच लोगों की संदिध हालत में जिन्दा जलकर मौत हो गयी। मरने वालों में पति ,पत्नी और तीन बच्चे हैं। पुलिस घटना की पड़ताल में जुटी है।
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक घुले सुशील चंद्रभान भी घटना स्थल पर पहुंचे। घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी दुख व्यक्त किया है। श्री योगी ने पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। अंतिम संस्कार का पूरा खर्चा जिला प्रशासन वहन करेगा।
घटनास्थल पर मौजूद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक घुले सुशील चंद्रभान ने बताया कि अजय गुप्ता नामक व्यक्ति के घर में आग लगी, उसके घर में बाहर से ताला लगा हुआ था। आग में जलने वाले सभी लोग घर में थे। घटना गंभीर है पुलिस घटना की गंभीरता से जाँच कर रही है।
उन्होंने बताया कि जिन्दा जल कर मरने वालों में अजय गुप्ता उर्फ़ टिंकल (38) , पत्नी अनीता (36), बेटा दिव्यांश (09), बेटी दिव्यांका (06) और बेटा दक्ष (03) साल का है। पांचों परिजन एक ही कमरे में सो रहे थे।
रविवार तड़के घटना की जानकारी होने पर फोर्स के साथ पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। कमरे में बाहर से ताला लगा मिला। इससे हत्या की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक अजय गुप्ता उर्फ टिंकल हलवाई थे। वह अपने परिवार के साथ तीन वर्ष से फरीदपुर स्थित मोहल्ला फर्रखपुर में रिश्तेदार के मकान में किराये पर रहते थे। शनिवार रात सभी लोग एक ही कमरे में सोए थे। तड़के पड़ोसियों ने घर से धुआं निकलता देखा तो पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। कमरे का दरवाजा बाहर से बंद और ताला लगा हुआ था।।
जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पुलिस अधीक्षक देहात मुकेश चंद्र मिश्रा, क्षेत्रधिकारी फरीदपुर पहुँचने पर फायर ब्रिगेड आग बुझाने में जुटी।
पुलिस दरवाजा तोड़कर कमरे में दाखिल हुई। अंदर पांच शव जली अवस्था में पड़े थे। कमरे में रखा सारा सामान जल गया था। कमरे में दो लोहे के हीटर बिजली बोर्ड में लगे हुए मिले हैं।
सूचना मिलते ही मृतक के परिजन व रिश्तेदार पहुंच गए। हर कोई इस घटना से स्तब्ध है। एसडीएम फरीदपुर, तहसीलदार व नगर पालिका अधिशासी अधिकारी डॉ. नितिन कुमार गंगवार भी घटनास्थल पर पहुंचे।