यूपी उपचुनाव में रहेगा धनबल और बाहुबल का वर्चस्व
लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधानसभा की नौ सीटों के लिये 20 नवंबर को होने वाले मतदान में धनबल और बाहुबल का वर्चस्व रहने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने विधानसभा उपचुनाव के नौ निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ने वाले सभी 90 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया जो गाजियाबाद, करहल, खैर, कुन्दरकी, मझवां, मीरापुर, फूलपुर, सीसमऊ और कटेहरी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे है।
उपचुनाव के उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामले 90 में से 29 (32 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं जब कि 27 प्रतिशत उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए है।
चुनाव में अपराधिक मामले घोषित करने वाले उम्मीदवारों का दलवार विवरण देखा जाये तो समाजवादी पार्टी के नौ में से चार, बहुजन समाज पार्टी के नौ में से दो, आज़ाद समाज पार्टी (काशीराम) आठ में से चार, भारतीय जनता पार्टी के आठ में से छह उम्मीदवारों ने अपने ऊपर अपराधिक मामले घोषित किए हैं।
विधानसभा उपचुनाव के करोडपति उम्मीदवारों में 90 में से 43 यानी 48 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति हैं। जिसमे बहुजन समाज पार्टी के आठ, समाजवादी पार्टी के आठ, भारतीय जनता पार्टी के सात, आज़ाद समाज पार्टी (काशीराम) के पांच उम्मीदवार करोड़पति हैं। उपचुनाव 2024 के उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 3 .76 करोड़ रुपये है।