निर्मला सीतारमण ने बहुपक्षीय विकास बैंकों में सुधार पर दिया जोर
वाशिंगटन, केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरूवार को यहां जी20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों की चौथी जी 20एफएमसीबीजी बैठक में बहुपक्षीय विकास बैंक (एमडीबी) में सुधार पर फिर से जोर दिया।
निर्मला सीतारमण ने यहां विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की वार्षिक बैठक के इतर जी 20 एफएमसीबीजी में भाग लिया। उन्होंने चर्चा के दौरान हस्तक्षेप करते हुये कहा कि हाल की अध्यक्षताओं के दौरान एमडीबी सुधार एजेंडे में जी 20 की भागीदारी जारी रही है और जी20 एमडीबी पारिस्थितिकी तंत्र के प्रमुख शेयरधारक हैं। इस समूह की राजनीतिक गति एमडीबी को बड़े सुधारों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित कर रही है।
उन्होंने कहा कि भारत की जी 20 अध्यक्षता के तहत एमडीबी को अपने दृष्टिकोण, प्रोत्साहन संरचनाओं, परिचालन दृष्टिकोण और वित्तपोषण क्षमताओं को विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। उन्होंने कहा कि यह विशेष रूप से प्रभावशाली है कि कैसे ब्राजील की अध्यक्षता ने दिल्ली में लीडर्स समिट से मिले जनादेश और पिछली जी20 अध्यक्षताओं के परिणामों पर काम किया है, जिससे निरंतरता और स्थिरता सुनिश्चित हुई है।
वित्त मंत्री ने कहा कि एमडीबी को वैश्विक चुनौतियों और विकास वित्तपोषण आवश्यकताओं को संबोधित करने में प्रभावी रूप से योगदान करने में सक्षम बनाने के लिए सफलतापूर्वक मार्ग बनाया गया है और भारत इस एजेंडे पर काम को आगे बढ़ाने में दक्षिण अफ्रीकी अध्यक्षता के साथ जुड़ने के लिए तत्पर है।