राज्य दिवस की तर्ज पर जिला नगर एवं गांव दिवस भी मनाये जायें: सीएम योगी

राज्य दिवस की तर्ज पर जिला नगर एवं गांव दिवस भी मनाये जायें: सीएम योगी

लखनऊ,  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के स्थापना दिवस की तर्ज पर प्रदेश के सभी जिलों, नगरों एवं गावं तक के इतिहास से जुड़े प्रमुख दिवस पर विशेष आयोजन कराने की जरूरत पर बल दिया है।

योगी ने बुधवार को पर्यटन, संस्कृति एवं धमार्थ कार्य से जुड़े विभागों की कार्ययोजना के प्रस्तुतिकरण की बैठक में प्रदेश के जिलों, नगरों और गांवों के इतिहास एवं सामाजिक तथा सांस्कृति महत्व से भावी पीढ़ियों को अवगत कराने के लिये इनके ऐतिहासिक तथ्यों को उजागर करने को जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश दिवस की तर्ज पर जनपद, गांव और नगर के इतिहास के प्रमुख दिवस पर विशेष आयोजन कराए जाएं।

इस दौरान उन्होंने प्रदेश में चिन्हित 12 परिपथ के विकास के कार्यों को प्रतिबद्धता के साथ पूर्ण कराने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि रामायण परिपथ, बुद्धिष्ट परिपथ, आध्यत्मिक परिपथ, शक्तिपीठ परिपथ, कृष्ण/ब्रज परिपथ, बुंदेलखंड परिपथ, महाभारत परिपथ, सूफी परिपथ, क्राफ्ट परिपथ, स्वतंत्रता संग्राम परिपथ, जैन परिपथ एवं वाइल्ड लाइफ एंड इको टूरिज्म परिपथ उत्तर प्रदेश में पर्यटन को नई पहचान देंगे।

इसके अलावा योगी ने आगामी 100 दिनों के भीतर श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के दृष्टिगत ऑनलाइन एकीकृत मंदिर सूचना प्रणाली का विकास करने को जरूरी बताते हुए इस प्रणाली में मंदिरों का विवरण, इतिहास, रूट मैप आदि की जानकारी हो।

योगी ने कहा कि प्रदेश की अद्वितीय सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित, संवर्धित एवं लोकप्रिय बनाते हुए राज्य को सांस्कृतिक गंतव्य के रूप में प्रतिष्ठित करने का सरकार का प्रयास है। इस कड़ी में जनपद प्रयागराज, मथुरा, गोरखपुर एवं वाराणसी में ‘भजन संध्या स्थल’ बनाकर तैयार कराया जाए।

उन्होंने बैठक में श्रीअयोध्या धाम में जन्मभूमि पथ (सहादतगंज नया घाट मार्ग से सुग्रीव किला पथ श्रीरामजन्मभूमि तक ‘जन्मभूमि पथ’ तथा अयोध्या मुख्य मार्ग से हनुमानगढ़ी होते हुए श्रीरामजन्मभूमि तक ‘भक्ति पथ’ 04 लेन मार्ग के निर्माण कार्य यथाशीघ्र पूर्ण कराने का निर्देश दिया।

योगी ने क्षेत्रीय भाषाओं और बोलियों की समृद्धि एवं संरक्षण के लिए संकल्पबद्धता प्रकट करते हुए ‘सूरदास ब्रजभाषा अकादमी, गोस्वामी तुलसीदास अवधी अकादमी, केशवदास बुंदेली अकादमी और संतकबीरदास भोजपुरी अकादमी की स्थापना करने को उचित बताया। उन्होंने इस काम को 100 दिनों में पूर्ण कर लिये जाने का निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश में इको एंड रूरल टूरिज्म का गठन किये जाने की जरूरत बताते हुए कहा कि सभी 75 जिलों में पर्यटन एवं संस्कृति परिषद का गठन किया जाए। योगी ने पर्यटक आवासों का संचालन पीपीपी मोड पर किये जाने को जूरूरी बताते हुए कहा कि आगरा और मथुरा के हेलीपोर्ट और आगरा स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज संग्रहालय का संचालन भी पीपीपी मोड पर किया जाना चाहिए। इसके अलाचवा याेगी ने सिंचाई, पीडब्ल्यूडी, राजस्व और वन विभाग के अतिथि गृहों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किये जाने को जरूरी बताया।

योगी ने जनपद बलरामपुर के इमिलिया कोडर में थारू जनजाति संस्कृति संग्रहालय को यथाशीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिये। साथ ही संगीत नाटक अकादमी के स्टूडियो में कम्युनिटी रेडियो प्रारम्भ किये जाने निर्देश देते हुए कहा कि इस कम्युनिटी रेडियो का नाम ‘जयघोष’ रखा जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर प्रदेश के 75 जनपदों के समृद्ध इतिहास से परिचय कराती 75 पुस्तकों का प्रकाशन कराया जाये। इसी प्रकार, राष्ट्रभक्ति पर आधारित 75 लघु फिल्मों का प्रदर्शन भी किया जाये। उन्होंने लखनऊ, सोनभद्र व लखीमपुर खीरी में जनजातीय संग्रहालय की स्थापना की कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश देते हुए कन्नौज में बाल संग्रहालय की स्थापना पर विचार करने को कहा।

योगी ने कहा कि रामायण परंपरा की ‘कल्चरल मैपिंग’ कराई जानी चाहिए। इसी प्रकार, राम वन गमन पथ पर रामायण वीथिकाओं का निर्माण कराने की कार्यवाही हो।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button