दो अलग-अलग दुर्घटनाओं में तीन लोगों की मौत, एक लापता
दो अलग-अलग दुर्घटनाओं में तीन लोगों की मौत, एक लापता
चमोली/रुद्रप्रयाग/देहरादून, उत्तराखण्ड स्थित विश्व विख्यात बाबा केदारनाथ धाम के दर्शन कर वापस लौट रहे तीर्थयात्रियों का एक वाहन कल देर रात गहरी खाई में गिरने से एक की मौत हो गई, जबकि अन्य दो घायल हैं। इसके अलावा एक अन्य दुर्घटना बदरीनाथ मार्ग पर हुई, जहाँ वाहन नदी में समा गया है। अभी तक दो लोगों के शव मिल गए हैं। जबकि वाहन और एक महिला की तलाश जारी है।
राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) की प्रवक्ता ललिता नेगी ने यूनीवार्ता को बताया कि देवप्रयाग अन्तर्गत, ब्यासी के समीप देर रात गुल्लर से शिवपूरी के बीच एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त होकर खाई में गिरने की सूचना मिली। मौके पर मुख्य आरक्षी सुरेंद्र सिंह के नेतृत्व में पहुंची टीम ने अत्यंत विषम परिस्थितियों और रात्रि के घनघोर अंधेरे में 50 मीटर गहरी में उतरकर तीन घायलों का रेस्क्यू कर मुख्य मार्ग तक पहुंचाकर 108 के माध्यम से अस्पताल भेजा। जबकि एक व्यक्ति निशांत (23), निवासी गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) की मौके पर ही मृत्यु हो चुकी थी। जिसके शव को बरामद कर जिला पुलिस के सुपुर्द किया गया।
उन्होंने बताया कि इस हादसे में संगीता दास अधिकारी पुत्री नरेंद्र दास अधिकारी, निवासी ग्रेटर नोएडा, वर्षा पुत्री शेर सिंह, निवासी दिल्ली और अंकित, निवासी गाजियाबाद घायल अवस्था में अस्पताल भेजे गये हैं। यह चारों स्कार्पियो वाहन से श्री केदारनाथ के दर्शन करने के बाद वापस ऋषिकेश की ओर जा रहे थे।
श्रीमती नेगी ने बताया कि एक अन्य दुर्घटना बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर हनुमान चट्टी के समीप एक कार अनियंत्रित होकर लगभग 300 मीटर गहरी खाई में गिरकर अलकनंदा नदी में समा गई। पांडुकेश्वर पोस्ट से मुख्य आरक्षी मंगल सिंह के नेतृत्व में गई एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम तलाश अभियान में कार के कुछ पार्ट्स और दो शव दिखाई दिए, जो वाहन से छिटक कर गिर गए थे। एसडीआरएफ टीम द्वारा उक्त दोनों शवों को बरामद कर मुख्य मार्ग तक पहुंचाकर जिला पुलिस के सुपुर्द किया गया। कार और एक महिला लापता है। आशंका है कि उक्त महिला वाहन में फंसी है। जिसकी तलाश एसडीआरएफ टीम द्वारा की जा रही है। अभी तक मिले दोनों शवों की पहचान मोना (27), निवासी उत्तर प्रदेश और अरुण कुमार पुत्र सोहन (33) निवासी पौड़ी गढ़वाल के रूप में हुई है। विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।