पत्थरबाजों में ही नहीं आतंकियों में भी नजर आते हैं सपा को शांतिदूत : ब्रजेश पाठक
पत्थरबाजों में ही नहीं आतंकियों में भी नजर आते हैं सपा को शांतिदूत : ब्रजेश पाठक
लखनऊ, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रयागराज और कानपुर में एक तरफ पत्थरबाजों की अवैध संपत्तियों पर योगी सरकार ने बुल्डोजर चलाया तो दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव को कष्ट गया है।
प्रयागराज हिंसा मामले के मुख्य आरोपी मोहम्मद जावेद का घर रविवार को बुलडोजर से जमींदोज किये जाने की कार्रवाई पर अखिलेश द्वारा सवाल उठाने के जवाब में पाठक ने पलटवार करते हुए कहा कि सपा को पत्थरबाजों और आतंकियों में हमेशा से ही शांतिदूत नजर आते हैं।
उन्होंने कहा कि ये कोई पहली बार नहीं है जब अखिलेश यादव ने दंगाईयों और पत्थरबाजों की पैरवी की हो, जब जब योगी सरकार का बुलडोजर इन अपराधियों की अवैध संपत्तियों पर गरजता है तो अखिलेश इनके समर्थन में आ जाते हैं, क्योंकि इनका वोटबैंक यही लोग रहे हैं, अगर ये इनके समर्थन में नहीं उतरेंगे तो इनकी राजनीति कैसे चमकेगी। पाठक ने कहा, “अब तो लोग भी कहने लगे हैं कि ‘सपा का हाथ पत्थरबाजों के साथ।”
ब्रजेश पाठक ने कहा कि वाराणसी, अयोध्या और लखनऊ में भी कुछ साल पहले जब आतंकियों ने बम ब्लास्ट कर कई बेगुनाहों की जान ली थी, तब उन कथित ‘शांति दूतों’ की पैरवी के लिए सपा उच्च न्यायालय तक की शरण में चली गई थी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वाराणसी बमकांड का आरोपी जिसे हाल में सेशनकोर्ट ने सजा सुनाई वह भी सपा के लिए शांति दूत ही था। तभी तो उसकी पैरवी के लिए सपा अदालत में गयी।
ब्रजेश पाठक ने अखिलेश को इस मामले में उच्च न्यायालय की तल्ख टिप्प्णी को याद दिलाते हुए कहा कि अदालत ने कहा था कि “आज आप जिनकी पैरवी कर रहे हैं, कल क्या उनको पद्मभूषण से नवाजेंगे?” पाठक ने कहा कि तब भी सपा की फजीहत हुई थी और पत्थरबाजों का समर्थन करने के लिए आज भी हो रही है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने अपने कार्यकाल में सिर्फ दंगा और दंगाईयों का समर्थन किया हो वो आज इंसाफ की बात करते हैं। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार में दंगाईयों के लिए कोई जगह नहीं है। हमारी सरकार अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति के तहत काम कर रही है और ऐसे पत्थरबाजों को किसी भी हालत में बख्शेगी नहीं।”
ब्रजेश पाठक ने कहा कि पूरे प्रदेश को पता है सपा हमेशा से इन दंगाईयों की रहनुमा ही रही है। तुष्टीकरण की इसी राष्ट्रघाती राजनीति के कारण हाल के वर्षों में पंचायत से लेकर देश की सबसे बड़ी पंचायत के चुनाव में सपा को मुंह की खानी पड़ी है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार जो कर रही है वह कानून के मुकम्मल बुनियादी पर कर रही है। सपा की राजनीति की बुनियाद ही तुष्टीकरण है, लिहाजा अखिलेश को कुछ दिखेगा ही नहीं।