कानपुर में एयरो सिटी और नॉलेज सिटी परियोजनाओं का निर्माण शुरू

कानपुर, आवास एवं शहरी नियोजन विभाग के तत्वावधान में कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) द्वारा न्यू चकेरी हवाई अड्डे के निकट एयरो सिटी और आईआईटी कानपुर के पास नॉलेज सिटी परियोजनाओं का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है।

इन परियोजनाओं की कुल लागत 1240 करोड़ रुपये आंकी गई है, जो शहर को आवासीय, वाणिज्यिक और शैक्षणिक क्षेत्रों में एक नया केंद्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। ये परियोजनाएं न केवल कानपुर को आर्थिक प्रगति प्रदान करेंगी, बल्कि रोजगार सृजन और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए जरूरी कदम साबित होगी।

आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि आवास एवं शहरी नियोजन विभाग, प्रदेश के शहरों में इंफ्रास्टकचर और आवसीय सुविधाओं का विश्वस्तरीय विकास कर रहा है। इस दिशा में केडीए लगभग 37 हजार 263 करोड़ रुपये की लागत से कानपुर शहर के कायाकल्प के लिए 61 परियोजनाओं का निर्माण कर रहा है। जिसमें से न्यू चकेरी हवाई अड्डे के पास 360 करोड़ रुपये की लागत से एयरोट्रोपोलिस, एयरो सिटी का निर्माण किया जा रहा है।

उन्होने बताया कि 300 एकड़ क्षेत्र में विकसित हो रही एयरो सिटी परियोजना का निर्माण सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल होगा। एयरो सिटी, एयरोट्रोपोलिस के निर्माण का उद्देश्य हवाई अड्डे के आसपास एक मेट्रोपॉलिटन उपक्षेत्र का निर्माण करना है। जो एक साथ आवासीय और वाणिज्यिक गतिविधियों का केंद्र होगा। राष्ट्रीय राजमार्ग-34 से सीधी कनेक्टिविटी के कारण यह क्षेत्र निवेशकों और नागरिकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहा है।

एयरो सिटी में चरणबद्ध विकास के तहत विभिन्न अत्याधुनिक सुविधाओं का निर्माण किया जा रहा है, जो कानपुर की भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के साथ प्रदेश के आर्थिक एवं शहरी विकास में मील का पत्थर साबित होगा। यह परियोजना हवाई यातायात में वृद्धि और क्षेत्र में बढ़ते आवागमन को ध्यान में रखकर डिजाइन की गई है। ये परियोजना केडीए के लिए आय के भी नये अवसर प्रदान करेगा।

केडीए की आईआईटी कानपुर के पास विकसित हो रही नॉलेज सिटी परियोजना शिक्षा और अनुसंधान का नया केंद्र बन रही है। 359 एकड़ में बन रही नॉलेज सिटी परियोजना की लागत लगभग 880 करोड़ रुपये है। यह परियोजना भी पीपीपी मॉडल के तहत विकसित हो रही है। नॉलेज सिटी परियोजना का मुख्य उद्देश्य शिक्षा, अनुसंधान और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देना है। नॉलेज सिटी में राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी), तकनीकी विश्वविद्यालय, अनुसंधान केंद्र, जैव-प्रौद्योगिकी संस्थान, विज्ञान संग्रहालय और प्रशिक्षण संस्थान जैसे प्रमुख प्रोजेक्ट भी प्रस्तावित हैं। जो कानपुर को शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार के हब के तौर पर विकसित करेगा। नॉलेज सिटी के पास बन रही आउटर रिंग रोड (ओआरआर) और 60 मीटर चौड़ी दक्षिणी धमनी सड़क इस क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेंगे।

आईआईटी कानपुर की निकटता के कारण यह परियोजना शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोग के लिए एक माडल के रूप में विकसित होगी। इन परियोजनाओं के निर्माण से एक ओर तो कानपुर शहर की अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी, साथ ही स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। वहीं दूसरी ओर ये परियोजनाएं उत्तर प्रदेश के आर्थिक और शहरी ढ़ाचागत विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करेंगी।

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