CM योगी करेंगे हनुमत कथा मण्डप का लोकार्पण

अयोध्या,  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर परिसर में नवनिर्मित हनुमत कथा मण्डप का लोकार्पण शुक्रवार को करेंगे।

अधिकृत सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री सुबह 11 बजकर 25 मिनट पर अयोध्या पहुंचेंगे, जहां सबसे पहले वे रामलला का दर्शन करेंगे। उसके बाद हनुमानगढ़ी में हनुमतकथा मण्डप का लोकार्पण करेंगे। अखिल भारतीय श्री पंच रामानन्दीय निर्वाणी अखाड़ा हनुमानगढ़ी की ओर से नवनिर्मित हनुमत कथा की तैयारी पूरी कर ली गयी है।

मुख्यमंत्री नवनिर्मित कथा मण्डप का लोकार्पण करने के बाद एकादशी के पर्व पर संत धर्माचार्यों के साथ फलाहार भी ग्रहण करेंगे। मुख्यमंत्री के अयोध्या में दो घंटे रुकने का कार्यक्रम है। नवनिर्मित कथा मण्डप में एक साथ पांच हजार से अधिक लोग बैठ सकते हैं। यहां धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों को सुनियोजित तरीके से सम्पन्न कराया जा सकेगा। मण्डप का निर्माण के.टी. प्रोजेक्ट्स द्वारा कराया गया है।

इसके निदेशक इंजीनियर पारुल जायसवाल ने आज यहां बताया कि निर्माण कार्य हनुमानजी की कृपा से सम्पन्न हुआ। इस प्रोजेक्ट में श्रद्धा, भक्ति एवं सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है। मण्डप की विशेष सजावट और निर्माण की मजबूती पर ध्यान दिया गया है।
अयोध्या के धार्मिक विकास के लिये यह एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है जिससे श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधायें मिलेंगी और धार्मिक आयोजनों का आयोजन अधिक भव्य रूप से हो सकेगा। धार्मिक आस्था और अध्यात्मिक समर्पण का प्रतीक हनुमत कथा मण्डप अब दर्शकों के लिए पूर्ण रूप से तैयार है। सभागार का आकार 116 गुणे 136 फिट है। मण्डप को छह केन्द्रीय स्तम्भों और किनारों पर बीस मजबूती कोनों के साथ इस प्रकार का डिजाइन किया गया है। इस मण्डप में २८ गुणे २८ फिट का भव्य मंच जिसके पीछे श्रीराम दरबार की भव्य स्थापना की गयी है। ग्यारह फीट ऊंची हनुमान की प्रतिमा जो हनुमानगढ़ी किले की दिशा की ओर विराजमान है। मंच के एक ओर बाबा अवैद्यनाथ की प्रतिमा तो दूसरी ओर कपिल मुनि का चित्र दर्शाया गया है।

प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत ज्ञानदास के उत्तराधिकारी संजय दास ने आज नवनिर्मिम हनुमत कथा मण्डप का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि सोलह विशिष्ट कमरे आगंतुकों और साधु-संतों हेतु सुविधा एवं विश्राम हेतु बनाया गया है जो 16 गुणे 70 फीट हरित क्षेत्र लगभग दस हजार वर्ग फीट के व्यवस्थित पार्किंग क्षेत्र में है।

उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण परिसर धार्मिक दृष्टिकोण से निर्मित एक पवित्र स्थान है, जो हनुमान जी की सिद्ध पीठ की गरिमा को और समृद्ध करता है। उन्होंने बताया कि हनुमत कथा मण्डप की विशेषताएं हैं। प्रवेश द्वार के शिखर पर हनुमतलला का दिव्य मूर्ति लगा हुआ है और उत्तर व दक्षिणी कोने में जगद्गुरू रामानन्दाचार्य की मूर्ति लगी हुई है। संजय दास के मुताबिक सत्रह हजार वर्ग फीट में विशाल सभागार जिसमें एक साथ पांच हजार लोगों के बैठने का इंतजाम है और इस मंडप में एक हजार फीट में आकर्षक मंच और सोलह आधुनिक और सुविधा युक्त कमरे वाला अतिथिगृह बनाया गया है। इस अतिथिगृह को बनाने में करीब करोड़ों रुपये खर्च होने का अनुमान है।

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