कृष्ण जन्मभूमि विवाद: मस्जिद में एडवोकेट कमिश्नर भेजने की अदालत से गुहार
कृष्ण जन्मभूमि विवाद: मस्जिद में एडवोकेट कमिश्नर भेजने की अदालत से गुहार
मथुरा, उत्तर प्रदेश के मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि की 13.37 एकड़ भूमि के एक भाग में बनी शाही मस्जिद ईदगाह को हटाने संबंधी एक वाद में वादी पक्ष के अधिवक्ता ने सिविल जज सीनियर डिवीजन मथुरा की अदालत में आज एक प्रार्थनापत्र देकर मस्जिद में एडवोकेट कमिश्नर भेजने की मांग की है।
ठाकुर केशवदेव जी आदि बनाम शाही ईदगाह मस्जिद आदि वाद में वादी पक्ष के अधिवक्ता महेन्द्र प्रताप सिंह जो इस वाद के एक वादी भी हैं ने आज सिविलि जज सीनियर डिवीजन मथुरा की अदालत में एक प्रार्थनापत्र देकर आरोप लगाया है कि शाही मस्जिद ईदगाह में मौजूद हिन्दू मन्दिर के चिन्हों ओम, स्वास्तिक, शेषनाग कलाकृतियां आदि के मिटा दिए जाने की आशंका इसलिए है कि प्रतिवादीगण ने कल दिन यह ऐलान कर दिया है कि वे प्रश्नगत सम्पत्ति पर मौजूद मन्दिर से संबंधित सभी कलाकृतियों, धार्मिक चिन्हों को पूरी तरह नष्ट कर देंगे ताकि मन्दिर होने का प्रमाण ही समाप्त हो जाय।
प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि एडवोकेट कमिश्नर मस्जिद में जाकर उक्त चिन्हों की मौजूदगी के बारे में अदालत को सूचना देंगे। इस प्रकार का एक प्रार्थनापत्र इसी पार्टी ने पहले भी अदालत में लगाया है पर इस प्रार्थनापत्र के साथ सिविल जज सीनियर डिवीजन वाराणासी की अदालत में दायर मूलवाद संख्या 693/2021 श्रीमती राखी सिंह बनाम उत्तर प्रदेश सरकार आदेश की प्रतिलिपि भी लगाई गई है जिसमें आरोप है कि मन्दिर के ऊपर जबरन खड़े किये गए मस्जिद के ढांचे के निरीक्षण के लिए एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त किया गया है।
अधिवक्ता महेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि इस प्रार्थना पत्र की प्रतिलिपि शाही मस्जिद ईदगाह के अधिवक्ता नीरज शर्मा एवं यूपी सुन्नी सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के अधिवक्ता जी पी निगम को उपलब्ध करा दी गई है।
अधिवक्ता महेन्द्र प्रताप सिंह जो इस वाद के वादी भी है ने विराजमान ठाकुर केशवदेव जी महराज, एडवोकेट राजेन्द्र माहेश्वरी जगन्नाथपुरी मथुरा, फाउन्डर यूनाइटेड हिन्दू फ्रन्ट जय भगवान गोयल निवासी शाहदरा दिल्ली, सौरभ गौड़ अध्यक्ष घर्म रक्षा संघ वृन्दावन के साथ मिलकर 23 दिसम्बर 2020 को एक वाद दायर कर श्रीकृष्ण जन्मभूमि जन्मभूमि की 13.37 एकड़ भूमि के एक भाग में बनी शाही मस्जिद ईदगाह को हटाने संबंधी वाद दायर किया था तथा इसमें सचिव इन्तजामिया कमेटी शाही मस्जिद ईदगाह, अध्यक्ष/ चेयरमैन यूपी सुन्नी सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड, सचिव श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान एवं श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट को विपक्षी पार्टी बनाया गया है।