विधवाओं के मंगलसूत्र का हिसाब दें सपा: मुख्यमंत्री योगी
आगरा, इटावा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को सवाल किया कि अलका राय,पूजा पाल,जया पाल और कारसेवकों की पत्नियों के मंगलसूत्र का हिसाब समाजवादी पार्टी (सपा) कब देगी।
सपा के गढ़ मैनपुरी लोकसभा सीट पर रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने सपा सरकार में हुई हत्याओं का हिसाब मांगा। उन्होने दिवंगत विधायक कृष्णानंद राय, राजू पाल व अधिवक्ता उमेश पाल की नृशंस तरीके से की गई हत्या का मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा कि अलका राय, पूजा पाल, जया पाल और कारसेवकों की पत्नियों के मंगलसूत्र का हिसाब समाजवादी पार्टी कब देगी। मैनपुरी में सपा प्रत्याशी डिपंल यादव की ओर इशारा करते हुये उन्होने कहा कि सपा नेत्री जवाब दें, माफिया के द्वारा गाजीपुर में भाजपा के विधायक कृष्णानंद राय के साथ मारे गए छह लोगों की विधवाओं का क्या हुआ। सपा सरकार में पाले गए माफिया ने विहिप के अंतरराष्ट्रीय कोषाध्यक्ष नंदकिशोर रूंगटा की अपहरण कर निर्मम हत्या कर दी थी। उनकी विधवा का क्या हुआ।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा किसपा ने अपने कृत्यों पर कभी पश्चाताप नहीं किया। यह देश की कीमत पर राजनीति करना चाहते हैं और भाजपा देश के लिए राजनीति करती है।
जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या में जिन रामभक्तों का लहू सपा सरकार ने बहाया था। उन नौजवानों की विधवाओं के मंगलसूत्र पर सपा नेत्री जवाब कब देंगी।
उन्होंने सपा के परिवारवाद पर तंज कसते हुए पूछा कि क्या परिवार के बाहर सपा को कोई यदुवंशी कार्यकर्ता नहीं मिला, जिसे वे सदन में भेज सकें।
आगरा में जनसभा को संबोधित करते हए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 में पीएम मोदी के नेतृत्व पर किए गए आपके विश्वास का परिणाम है कि दुनिया के अंदर भारत का सम्मान बढ़ा है। सीमाएं सुरक्षित हुई हैं। भारत आतंकवाद व नक्सलवाद से मुक्त हुआ है। विकास के बड़े-बड़े कार्य हुए हैं। जनता को बिना भेदभाव गरीब कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त हो रहा है। भारत दुनिया के सबसे बड़े आर्थिक ताकत के रूप में उभरता दिख रहा है। जिन्हें गरीब कल्याणकारी व विकास की योजनाएं और सुरक्षित भारत अच्छा नहीं लग रहा है, वे फिर से षडयंत्र करने आपके बीच आए हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि देश के आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष के अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से पंच प्रण का आह्वान किया था। यह भारत के अंदर गुलामी के अंशों को समाप्त करने, विरासत का सम्मान करने, आत्मनिर्भर व विकसित भारत की संकल्पना के लिए प्रत्येक भारतवासियों के साथ मिलकर आगे बढ़ाने का आह्वान करता है तो दूसरी ओर भारत के प्रति नफरत की भावना के साथ खड़े कांग्रेस, सपा व इंडी गठबंधन के लोग हैं, जिनका इतिहास देश के खिलाफ गद्दारी और अतीत जाति, क्षेत्र व भाषा के आधार पर सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न करने का रहा है। सत्ता में आने पर उन लोगों ने अनुसूचित जाति, जनजाति व पिछड़ी जाति व गरीबों के हकों पर डकैती डालने का कुत्सित प्रयास किया है।