भाजपा को लखनऊ के विकास में दिलचस्पी नहीं : अखिलेश यादव
भाजपा को लखनऊ के विकास में दिलचस्पी नहीं : अखिलेश यादव
लखनऊ, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को राजधानी लखनऊ के विकास और सौंदर्यीकरण में कोई दिलचस्पी नहीं है।
लखनऊ के निर्वाचित समाजवादी पार्षदों की बैठक को सम्बोधित करते हुये उन्होने कहा कि भाजपा सरकार ने कोई नया काम नहीं किया है। लखनऊ में सबसे ज्यादा काम समाजवादी सरकार में हुआ था। सच तो यह है कि भाजपा कोई काम नहीं करती है फिर भी समाजवादी पार्टी को बदनाम करती है। स्मार्ट सिटी के नाम पर भाजपा सरकार लगातार धोखा दे रही है। जो दशा वर्तमान में राजधानी लखनऊ की है है वहीं प्रदेश भर के सभी जिलों की है। इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी तथा लखनऊ मध्य क्षेत्र के विधायक रविदास मेहरोत्रा भी मौजूद थे।
अखिलेश यादव ने पार्षदों को सलाह दी कि उन्हें अपने क्षेत्र के विकास पर ध्यान देना चाहिए। भाजपा विकास में रोड़ा अटकाती रहेगी, फिर भी काम करते रहना है। काम की रफ्तार जितनी ज्यादा होगी व्यवस्था भी उतनी ज्यादा अच्छी होगी।
पार्षदों की बैठक में बताया गया कि लखनऊ में कूड़ा निस्तारण की विकराल समस्या है। इकोग्रीन कम्पनी ने काफी अनियमितताएं की थीं फिर भी उस पर भाजपा और अफसरों की कृपा बनी रही। भाजपा राज में सफाई कर्मचारियों की कोई नई भर्ती नहीं हुई। शहर में हर तरफ कूड़ा फैला है। मलिन बस्तियों में सफाई नहीं होती है। कश्मीरी मोहल्ले में सीवर लाइन तक नहीं है। सांड खुलेआम घूम रहे हैं।
बैठक में बताया गया कि 40 सफाई ट्रक लखनऊ में समाजवादी सरकार के समय ही खरीदे गए थे। सीवर सफाई के लिए भी वही दो तीन मशीनें ही हैं। मेट्रो रेल, गोमती रिवर फ्रंट समाजवादी सरकार की ही देन है। शिक्षा-स्वास्थ्य सेवाओं को समाजवादी सरकार में ही सुधारा गया था। पानी-बिजली की समस्या में सुधार हुआ था। घंटाघर के पास सौंदर्यीकरण समाजवादी सरकार के समय ही हुआ था।
पार्षदों ने यह भी बताया कि आज भी पानी की वही टंकियां है जो समाजवादी सरकार के समय बनी थी। शहर में बढ़ती आबादी के साथ पेयजल और सफाई की समस्या गंभीर होती जा रही है। स्मार्ट सिटी के मानक पूरे करने में लखनऊ काफी पिछड़ चुका है।