चंद्रयान-3 की सफलता पर भारत, इसरो को लगातार मिल रही है वैश्विक बधाईयां
चंद्रयान-3 की सफलता पर भारत, इसरो को लगातार मिल रही है वैश्विक बधाईयां
नयी दिल्ली, भारत के चंद्रयान-3 ने बुधवार को चांद के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में सफल लैंडिंग कर इतिहास रच दिया है। इसी के साथ भारत चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला दुनिया का चौथा देश और चांद के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला पहला देश बन गया है।
भारत की इस ऐतिहासिक सफलता की वैश्विक रूप से सराहना हो रही है और कई विदेशी अंतरिक्ष एजेंसी सहित अनेक देशों की ओर से भारत और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के लिए बधाईयों का तांता लगा हुआ है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के प्रमुख बिल नेल्सन ने भारत को बधाई देते हुए कहा कि इसरो ने चंद्रयान-3 को चांद की सतह पर सफल लैंडिंग करके इतिहास रच दिया है।
ब्रिटेन की स्पेस एजेंसी ने इसरो को बधाई देते हुए कहा कि इतिहास रचने के लिए इसरो को बधाई। उसने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर इसरो को बधाई देते हुए कहा,“आपने इतिहास रच दिया। इंजीनियरिंग और दृढ़ता की इस अद्भुत उपलब्धि पर भारत को बधाई।”
यूरोपीय एजेंसी ईएसए के महानिदेशक जोसेफ एशबैकर ने ट्वीट किया, “ अद्भुत प्रदर्शन! इसरो, चंद्रयान-3 और भारत की समस्त जनता को बधाई!”
चंद्रयान-3 ने चांद की सतह पर सफल लैंडिंग करने के लिए इजरायल ने भारत को बधाई दिया है। इजरायल ने ट्वीट करते हुए कहा,“चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक सफलता पर भारत को हार्दिक बधाई! अंतरिक्ष अन्वेषण के प्रति आपका समर्पण वास्तव में प्रेरणादायक है और यह उपलब्धि विज्ञान और नवाचार के लिए एक और बड़ी छलांग है।
पाकिस्तान के पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने चंद्रयान-3 की चांद पर सफलतापूर्वक लैंडिंग करने पर इसरो के लिये एक ‘खूबसूरत लम्हा’ बताते हुए भारत को बधाई दी है। श्री चौधरी ने एक्स पर लिखा, “चंद्रमा पर चंद्रयान-3 का उतरना इसरो के लिये बहुत बड़ा क्षण है। केवल सपनों वाली युवा पीढ़ी ही दुनिया को बदल सकती है। शुभकामनाएं।”
गौरतलब है कि भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान भेजने वाला पहला देश है। अमेरिका, चीन और सोवियत रूस चीन पर अंतरिक्ष यान भेज चुके हैं लेकिन इनमें से कोई भी दक्षिणी ध्रुव तक नहीं पहुंचा है।