अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के मद्देनजर बढ़ाये जायेंगे संसाधन
अयोध्या, भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर बन रहे भव्य और दिव्य राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद से रामनगरी में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में निरन्तर वृद्धि होने से संसाधनों का विस्तार किया जायेगा।
जिलाधिकारी नितीश कुमार ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य और दिव्य राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद से रामनगरी में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बराबर वृद्धि हो रही है। इन्होंने बताया कि इसको देखते हुए केन्द्र व राज्य सरकार आवागमन के संसाधनों का विस्तार कर रही है। सरयू नदी पर पुराने जिला गोण्डा पुल के समानान्तर दो लेन का एक पुल और धर्मपथ की चौड़ाई को भी बढ़ाया जायेगा। राम मंदिर में श्रद्धालुओं की लगातार रामलला को दर्शन में कोई परेशानी न हो इसको देखते हुए धर्मपथ का विस्तार के लिए निरीक्षण किया गया।
उन्होंने बताया कि सरयू नदी पर गोण्डा पुल के समानान्तर दो लेन का एक और पुल बन जाने से फोरलेन की कनेक्टिविटी बढ़ जायेगी। इससे त्यौहारों के दौरान ट्रैफिक बढऩे से जो समस्या होती है उसका स्थायी समाधान हो जायेगा।
जिलाधिकारी ने बताया कि धर्मपथ की चौड़ाई चौदह से बढ़ाकर बाईस मीटर की जायेगी। इसके माध्यम से धर्म पथ पर सुचारू यातायात संचालन हो सकेगा। राम की पैड़ी और सरयू घाट पर काफी संख्या में श्रद्धालु नियमित रूप से स्नान के लिये आते हैं। अयोध्या में कई पर्व/मेला का भी आयोजन होता है। इस दौरान स्नानार्थियों की संख्या कई लाख में पहुंच जाती है। ऐसे में सरयू के दोनों घाटों की तरफ चौड़ाई को बढ़ाया जायेगा।
उन्होंने बताया कि इससे घाट पर श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा होने की स्थिति में भी सहूलियत रहेगी। वहां पर मौजूद भीड़ को आवाजाही के लिये ज्यादा स्थान मिल सकेगा। महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से हाईवे पर आने के लिये इस समय सुलतानपुर हाईवे का उपयोग हो रहा है। अब एयरपोर्ट को हाईवे से सीधे जोडऩे के लिये नये मार्ग के निर्माण का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य शुरू करा दिया जायेगा।
उन्होंने बताया कि इसी तरह गोरखपुर, लखनऊ, अम्बेडकरनगर व सुलतानपुर मार्ग से अयोध्या की कनेक्टिविटी बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। इससे अयोध्या में विराजमान रामलला का दर्शन श्रद्धालु आसानी से कर सकें और सरयू नदी में स्नान भी हो सके। इस अवसर पर लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियन्तागण एवं सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।